मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है. पीएम मोदी ने अपनी टीम में कुल 43 नए चेहरों को शामिल किया है. अलग- अलग राज्यों से आने वाले इन मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो चुका है. बहुतों ने तो आज से अपना कामकाज भी शुरू कर दिया है. इन सबके बीच पश्चिम बंगाल में बीजेपी का अहम चेहरा माने जाने वाले बाबुल सुप्रियो का मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर दर्द छलका. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे शेयर भी किया, लेकिन बाद में इसे लेकर सफाई भी दी.
बाबुल ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया तो मैंने दे दिया. कुछ समय बाद ही उस पोस्ट को डिलीट कर बाबुल ने सुधार करते हुए एक पोस्ट लिखी है कि हां, धुआं तभी होता है, जब कहीं आग लगी होती है. आज मीडिया के अपने दोस्तों का फोन कॉल नहीं ले पा रहा. सोचा खुद ही बता दूं. हां, मैंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है... (बात को कहने का वह तरीका सही नहीं था, जैसा मैंने पहले कहा था कि मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया था...)
उन्होंने आगे पीएम मोदी को धन्यवाद भी किया. उन्होंने लिखा कि मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे अपने मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में देश की सेवा करने का मौका दिया. मैं बहुत खुश हूं कि आज तक मैंने बिना किसी भ्रष्टाचार के दाग के और पूरी शक्ति के साथ अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की सेवा की. बाबुल ने आसनसोल के लोगों को भी याद किया कि उन्होंने 2019 में भारी मतों से जिताकर सांसद बनाया था. बाबुल ने आगे लिखा कि बंगाल से जिन्हें भी मंत्री बनाया गया उन्हें मेरी शुभकामनाएं. मैं निश्चित रूप से अपने लिए दुखी हूं, लेकिन उनके लिए खुश हूं.
बता दें कि मोदी सरकार ने बंगाल की राजनीति को ध्यान में रखते हुए चार चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी है. सुभाष सरकार, शांतनु ठाकुर, जॉन बारला और नीशीथ प्रामाणिक को मंत्री बनाया गया है. वहीं देबोश्री और बाबुल सुप्रियो की मंत्रिमंडल से छुट्टी कर दी है. इस नए मंत्रिमंडल में गृहमंत्री अमित शााह को सहकारिता मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है. वहीं मनसुख मंडाविया को नए स्वास्थ्यमंत्री पद का कार्यभार सौंपा गया है. धर्मेंद्र प्रधान को शिक्षा मंत्रालय दिया गया है.