महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की शनिवार को गोली मारकर हत्या करने वाले तीन लोगों ने उनकी सुरक्षा में तैनात पुलिस कांस्टेबल पर मिर्च पाउडर फेंक दिया था. सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. तीन बार के विधायक रहे बाबा सिद्दीकी की शनिवार शाम मुंबई के बांद्रा ईस्ट में अपने बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय से बाहर निकले समय हत्या कर दी गई थी.
तीन शूटरों में से दो हरियाणा के रहने वाले 23 साल के गुरमेल बलजीत सिंह और उत्तर प्रदेश के 19 साल के धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं तीसरा शूटर उत्तर प्रदेश का शिवकुमार गौतम अभी भी फरार है.
तीनों शूटर अपने साथ मिर्च पाउडर और काली मिर्च स्प्रे भी ले गए थे. जैसे ही शिवकुमार ने बाबा सिद्दीकी पर गोलियां चलाईं, उन्होंने पुलिस कांस्टेबल पर मिर्च पाउडर फेंक दिया. इसके बाद शिवकुमार भीड़ में छिपकर भाग गया, लेकिन गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप पकड़े गए. उनके पास से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए.
बाबा सिद्दीकी को जो सुरक्षा प्रदान की गई थी, उसमें उन्हें तीन पुलिस कांस्टेबल आवंटित किए गए थे, जो तीन शिफ्टों में काम करते थे. गोलीबारी के समय बाबा सिद्दीकी के साथ एक पुलिसकर्मी भी था.
इधर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है. सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने दावा किया है कि वे लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते हैं. गुजरात के साबरमती जेल में बंद बिश्नोई बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के मुंबई आवास के बाहर गोलीबारी की घटना में भी शामिल था, जो बाबा सिद्दीकी के करीबी दोस्त माने जाते हैं.
बताया जा रहा है कि हमलावर कई महीनों से बाबा सिद्दीकी पर नज़र रख रहे थे. वो उनके आवास और कार्यालय की टोह ले रहे थे. सभी को हमले के लिए एडवांस में 50-50 हजार रुपये दिए गए थे और घटना से कुछ दिन पहले ही उन्हें हथियार पहुंचाए गए थे.
रविवार शाम को, मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मामले में एक और साजिशकर्ता 28 साल के प्रवीण लोनकर को भी पुणे से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि वे उसके भाई शुभम लोनकर की भी तलाश कर रहे हैं. इन्हीं दोनों भाइयों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची थी, और शिवकुमार और कश्यप को साजिश में शामिल किया था.