बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में जांच के दौरान एक हत्यारे के मोबाइल से जीशान सिद्दीकी का फोटो भी मिला है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह फोटो आरोपियों को उनके हैंडलर ने स्नैपचैट ऐप के माध्यम से शेयर किया था. जांच में पता चला कि शूटर्स और साजिशकर्ता स्नैपचैट का इस्तेमाल कर मैसेज एक-दूसरे को भेजा करते थे. लॉरेंस गैंग के हैंडलर से मिले स्नैपचैट पर इंस्ट्रक्शन के बाद यह मैसेज डिलीट कर दिया जाता था. वहीं, एक खुलासा यह भी हुआ है कि बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए पहले आरोपियों ने एक करोड़ रुपये मांगे थे. गिरफ्तार आरोपी राम कनौजिया ने पूछताछ में पुलिस को यह बात बतायी है.
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में शुक्रवार को 5 और आरोपियों को क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किया गया था. सूत्रों, के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी राम कनौजिया ने बताया कि शुरुआत में शुभम लोंकर ने उसे और नितिन सापरे को बाबा सिद्दीकी को मारने की सुपारी दी थी. राम कनौजिया महाराष्ट्र का रहने वाला है, उसे बाबा सिद्दीकी को मारने के बाद क्या हो सकता है उसका अंदाज़ा था, इसलिए उसे ये सुपारी नहीं उठाने का फैसला किया.
राम कनौजिया ने मांगे थे 1 करोड़ रुपये
पुलिस सूत्रों के अनुसार, राम कनौजिया को यह कॉन्ट्रेक्ट नहीं लेना था, इसी वजह से उसने बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए एक करोड़ रुपये की मांग की, जिसके बाद शुभम लोंकर अपना इरादा बदल दिया. शुभम लोंकर को यह पता था कि उत्तर प्रदेश के लोगों को बाबा सिद्दीकी की महाराष्ट्र में इमेज और उनके कद के बारे में नहीं पता होगा, इसलिए वे लोग कम पैसे में भी हत्या करने के लिए राजी हो जाएंगे. पुलिस सूत्रों के अनुसार राम कनौजिया और नितिन सापरे पीछे हट गए, तब जाकर शुभम ने यह काम धर्मराज कश्यप, गुरनैल सिंह और शिवकुमार गौतम को दिया.
बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में तैनात पुलिस कांस्टेबल निलंबित
बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में हत्या के समय बाबा सिद्दीकी के साथ मौजूद पुलिस सुरक्षाकर्मी को निलंबित कर दिया गया है. दावा किया जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में तैनात सिपाही ने उस समय बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग करने वाले आरोपियों पर अपनी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की थी. इसी वजह से कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में इंटरनल जांच भी चल रही है. वहीं, जब इस कांस्टेबल का पहली बार स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया गया था, तब उसने यह बताया था कि वारदात के समय उसकी आखों में मिर्च जैसा कीच चला गया था, जिसकी वजह से वो कुछ नहीं कर पाया था.
ये भी पढ़ें :- 'बाबा सिद्दीकी कोई भला आदमी थोड़े ही था, उसके तो दाऊद से भी संबंध थे :लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के ‘शूटर'