विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी ने नामांकन किया दाखिल, खरगे, सोनिया और राहुल-प्रियंका भी मौजूद

बी सुदर्शन रेड्डी उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को चुनौती देंगे. इस बार का उपराष्ट्रपति चुनाव इसलिए दिलचस्प हो गया है, क्योंकि ये चुनाव साउथ बनाम साउथ का हो गया है.

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  • पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन किया दाखिल
  • उपराष्ट्रपति चुनाव जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफा देने के कारण हो रहा है
  • नामांकन की अंतिम तारीख 21 अगस्त है और चुनाव 9 सितंबर को होंगे
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नई दिल्ली:

विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सुप्रीम कोर्ट से रिटायर्ड जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी ने आज नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. रेड्डी उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को चुनौती देंगे. इस बार का उपराष्ट्रपति चुनाव इसलिए दिलचस्प हो गया है, क्योंकि ये चुनाव साउथ बनाम साउथ का हो गया है. उपराष्ट्रपति का चुनाव जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को इस्तीफा देने की वजह से हो रहा है.

धनखड़ के इस्तीफे के बाद हो रहा उपराष्ट्रपति चुनाव

धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था. 21 अगस्त नामांकन की आखिरी तारीख है. वहीं, 25 अगस्त तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकती है, चुनाव 9 सितंबर को होने हैं. वोटिंग के दिन ही मतगणना भी होगी. रेड्डी गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और गोवा के पहले लोकायुक्त भी रह चुके हैं. वे आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं. उन्हें 2007 में सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था. 

कौन हैं पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी

बी. सुदर्शन रेड्डी भारत की न्यायपालिका के नाम ऐसे हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान न्याय, निष्पक्षता और संवैधानिक मूल्यों को सर्वोपरि रखा. पूर्व जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी ने जिला अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक न्यायिक सेवा में अपनी अमिट छाप छोड़ी. बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को हुआ. उन्होंने बी.ए. और एल.एल.बी. की डिग्री प्राप्त की और 27 दिसंबर 1971 को आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में रजिस्टर हुए.

उन्होंने हाई कोर्ट में रिट और सिविल मामलों में वकालत की. साल 1988 से 1990 तक उन्होंने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में सरकारी वकील के रूप में कार्य किया. इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार के लिए अतिरिक्त स्थायी वकील के रूप में भी छह महीने सेवा दी. इसके अलावा वे उस्मानिया विश्वविद्यालय के कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील भी रहे.

न्यायिक पदों पर नियुक्तियां

  • 2 मई 1995 को उन्हें आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया
  • 5 दिसंबर 2005 को वे गुवाहाटी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने
  • 12 जनवरी 2007 को उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया
  • उन्होंने 8 जुलाई 2011 को सेवानिवृत्त होकर न्यायिक सेवा से विदाई ली

बी सुदर्शन रेड्डी से जुड़ी खास बातें

रेड्डी गुवाहाटी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और गोवा के पहले लोकायुक्त भी रह चुके हैं, वे आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं और उन्हें 2007 में सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था. रेड्डी का सीधा मुकाबला एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन से होगा. दोनों ही प्रत्याशी दक्षिण भारत से हैं. राधाकृष्णन ने बुधवार को नामांकन दाखिल कर दिया था. नामांकन से पहले यानी बुधवार को 'इंडिया अलायंस' के नेताओं ने बी. सुदर्शन रेड्डी के सम्मान में एक अभिनंदन समारोह आयोजित किया था. यह समारोह संसद भवन परिसर के सेंट्रल हॉल में हुआ, जहां रेड्डी को सम्मानित किया गया.

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