अयोध्या रेप मामले में सियासत गरमाई, आज पीड़ित परिवार से मुलाकात करेगा बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल

सपा नेता मोईद खान पर नाबालिग लड़की को नौकरी का झांसा देकर उसके साथ दो महीने तक रेप करने और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप है.

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लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 12 साल की बच्ची से रेप के मामले में समाजवादी पार्टी निशाने पर आ गई है. इस मामले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की चुप्पी को लेकर सवाल उठ रहे हैं. मोईद पर 29 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ था और 30 को उसकी गिरफ्तारी हुई. अयोध्या में उपचुनाव से पहले रेप केस को लेकर सियासत गरमा गई है. ढाई महीने तक लड़की से रेप करने और उसका वीडियो बनाने के आरोपी दो लोगों में से एक सपा का सदस्य बताया जा रहा है. बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल रविवार को अयोध्या जाएगा. जहां बीजेपी के नेता पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे.

सपा नेता पर क्या आरोप

सपा नेता मोईद खान पर नाबालिग लड़की को नौकरी का झांसा देकर उसके साथ रेप करने और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप है. इस मामले में दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक, मोईद (Rape Accused Moeed Khan) ने लड़की को पापड़, बिस्किट वगैरह का लालच देकर अपनी बेकरी में बुलाया और उसे कोई नशीली दवा खिलाकर कथित रूप से उसके साथ रेप किया. उसके कर्मचारी ने नाबालिग का अश्लील वीडियो बनाया और उस वीडियो को लीक कर देने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल किया. नाबालिग के पेट में दर्द होने पर मामले का खुलासा हुआ. मेडिकल में पता चला कि वह तो प्रेग्नेंट है.

आरोपी मोईद खान कौन है?

आरोपी मोईद खान समाजवादी पार्टी का नेता और अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी बताया जा रहा है. मोईद और उसके कर्मचारी को 30 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था. मोईद की बेकरी को सील कर दिया गया है और उसका लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है. बेकरी मे बन रहे सामानों का भी सैंपल लिया गया है. 2 अगस्त को मोईद खान की संपत्तियों की जांच के आदेश दिए गए थे. आरोप है कि मोइद ने तालाब और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा किया है.

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निशाने पर समाजवादी पार्टी

एक तरफ जहां बीजेपी और उसके सहयोगियों ने मामले में समाजवादी पार्टी पर अपना हमला तेज कर दिया तो वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने सरकार की सख्त कार्रवाई का समर्थन करते हुए सपा को कठघरे में खड़ा किया है. बसपा प्रमुख मायावती ने इस मामले में राज्य सरकार की सख्त कार्रवाई को उचित करार देते हुए सवाल खड़ा किया कि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने डीएनए टेस्ट हुए हैं. इस बीच राज्य के उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य ने सपा पर दुषकर्म के आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया तो वहीं सपा के राष्‍ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने केशव प्रसाद मौर्य पर पलटवार करते हुए उनके 'नार्को टेस्ट' की मांग की.

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इस मामले पर अखिलेश यादव क्या बोले?

अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए. बालिका के जीवन की रक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है. माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं. बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए.

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केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव को घेरा

केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर लिखा कि निषाद समाज की पीड़ित बेटी के मामले में पहले आप PDA भूल DNA अब न्यायालय की बात कर गुमराह न करें. आपको वोट बैंक के नाराज़ होने की चिंता है, प्रदेशवासियों को दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने की अपेक्षा है. सरकार अपनी ज़िम्मेदारी निभायेंगी.

एक्शन में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ

इस मामले में मुख्यमंत्री योगी का एक्शन जारी है. शनिवार दोपहर मामले में मुख्य आरोपी मोइन खान के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला, तो शाम होते ही मुख्यमंत्री की तरफ से पीड़िता को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई. स्थानीय विधायक अमित सिंह चौहान ने पीड़िता के घर पहुंच कर परिजनों को पांच लाख रुपये का चेक सौंपा. इस दौरान जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह व एसएसपी राजकरन नैय्यर भी मौजूद रहे.

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