अयोध्या में बरसों इंतजार के बाद श्रीरामलला (Ayodhya Ram Mandir) का विराजमान हो चुका है. 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में पूरे विधि-विधान के साथ रामलला (Ram Lalla Pran Pratishtha) की प्राण प्रतिष्ठा हुई. 5 साल के रामलला को बालक राम का नाम दिया गया है. प्राण प्रतिष्ठा की वजह से अयोध्या में बाहर से आने वालों की एंट्री रोक दी गई थी. 23 जनवरी को ये पाबंदी हटा दी गई. यानी अब आम लोग भी राम मंदिर (Ram Mandir Darshan Time) में रामलला के दर्शन कर सकते हैं. हालांकि, पहले दिन ही मंदिर में रामलला की झलक पाने के लिए रामभक्तों का जमावड़ा लग गया. स्थिति बिगड़ते देख पहले यूपी के गृह सचिव और डीजी लॉ एंड ऑर्डर अयोध्या पहुंचे. इसके बाद खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंच गए. आरएफ ने मोर्चा संभाला, तब जाकर दर्शन की व्यवस्थाएं दुरुस्त हो पाईं.
आइए जानते हैं रामलला के दर्शन के लिए मंदिर के पट हर रोज कब खुलेंगे? दर्शन के क्या नियम हैं और मंदिर में आप क्या ले जा सकते हैं और किन चीजों को ले जाने की मनाही होगी:-
आम लोगों को मंदिर में कब से मिल रही एंट्री?
प्राण प्रतिष्ठा के बाद 22 जनवरी की रात नए मंदिर में रामलला की पहली शयन आरती हुई. इसके बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए. 23 जनवरी को उत्थान आरती के बाद मंदिर सभी श्रद्धालुओं के लिए खुल गया है.
रामलला के दर्शन का वक्त क्या है?
राम मंदिर हर रोज सुबह 7 बजे से 11:30 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहेगा. इसके बाद प्रभु की मध्यान्ह आरती होगी. फिर प्रभु को भोग लगेगा और उनके विश्राम के लिए 2 बजे तक मंदिर बंद रहेगा. दोपहर 2 बजे फिर से मंदिर के पट खुलेंगे और शाम 7 बजे तक रामलला के दर्शन हो सकेंगे.
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राम मंदिर में जाने के लिए क्या पर्ची कटवानी होगी?
राम मंदिर में रामलला के दर्शन करने के लिए कोई पर्ची नहीं कटवानी होगी. ट्रस्ट ने गाइडलाइन जारी की है कि दर्शन के लिए भक्तों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. अगर कोई व्यक्ति जल्दी दर्शन करवाने के लिए पैसा मांगता है, तो ट्रस्ट के ऑफिस में शिकायत कर सकते हैं.
आरती में शामिल होने के क्या नियम हैं?
राम मंदिर में विराजमान रामलला की सुबह मंगला आरती, दोपहर में मध्यान्ह आरती और संध्या आरती होगी. फिर शयन आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे. आरती में शामिल होने के लिए पास लेना जरूरी होगा. पास श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ऑफिस से आरती शुरू होने के आधे घंटे पहले मिलेगा. आधार कार्ड दिखाकर पास मिल जाएगा. इसके लिए कोई पैसे नहीं देने पड़ेंगे. फिलहाल एक बार में सिर्फ 30 लोग ही आरती में शामिल होंगे. आगे इस संख्या को बढ़ाया जाना है.
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मंदिर में क्या लेकर जा सकते हैं और क्या नहीं?
राम मंदिर में कई लेयर की सिक्योरिटी रहेगी. ऐसे में श्रद्धालुओं को मोबाइल, स्मार्ट वॉच, कैमरा जैसे गैजेट्स ले जाने की परमिशन नहीं है. यहां तक कि आपको पेन भी बाहर काउंटर पर जमा करवाना होगा. मंदिर परिसर में किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाने पर रोक है. आप अपने साथ लाए सामान लॉकर रूम में रख सकते हैं.
क्या रामलला को फूल-माला और बाहर से लाया प्रसाद चढ़ा सकेंगे?
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक, राम मंदिर में भक्त बाहर से लाया प्रसाद और फूल-माला नहीं चढ़ा सकेंगे. दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को मंदिर की तरफ से ही प्रसाद दिया जाएगा.
कौन देखेगा राम मंदिर का मैनेजमेंट
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद भी राम मंदिर का मैनेजमेंट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट संभालेगा. राम मंदिर में होने वाली हर एक्टिविटी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ही मैनेज करेगा.
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