राम मंदिर (Ram Mandir) के उद्घाटन से पहले तैयार होने वाला अयोध्या का एयरपोर्ट (Ayodhya Airport) वास्तुशिल्प की दृष्टि से एक चमत्कार होगा. निर्माणाधीन एयरपोर्ट पर पहली नजर डालने से पता चलता है कि यह शहर की समृद्ध विरासत और संस्कृति को दर्शाता है. करीब 250 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस एयरपोर्ट का डिजाइन मंदिर वास्तुकला की नागर शैली से प्रेरित है. रामायण से प्रेरित नक्काशीदार स्तंभों और कलाकृतियों के साथ दो मंजिला एयरपोर्ट अयोध्या में आने वाले लोगों का स्वागत करने के लिए तैयार हो रहा है.
एयरपोर्ट के मुख्य प्रवेश द्वार पर एक भव्य सीढ़ीदार 'शिखर' होगा, जो मंदिर की सबसे ऊंची संरचना होती है. टर्मिनल की छत को सपोर्ट देने वाले मेगा कॉलम रामायण के विभिन्न 'कांड' (प्रमुख घटनाओं) का प्रतीक होंगे. इस तरह के प्रतीकवाद के साथ यह एयरपोर्ट अयोध्या की समृद्ध संस्कृति और आधुनिक सुविधाओं का आदर्श मिश्रण होगा.
अयोध्या एयरपोर्ट को मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट कहा जाएगा. यहां पर व्यस्ततम समय में एयरपोर्ट की क्षमता 750 से अधिक यात्रियों की होगी और हर घंटे चार विमानों की आवाजाही होगी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले एयरपोर्ट का दौरा किया था और कहा कि अयोध्या "नए भारत के प्रतीक" के रूप में उभर रहा है. उन्होंने कहा था, ''शुरुआत में अयोध्या में 178 एकड़ में फैली एक साधारण हवाई पट्टी थी, हालांकि अब इसे एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है.''
उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 8 दिसंबर को कहा था कि इस महीने के अंत तक एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे.
राम मंदिर निर्माण से अयोध्या में पर्यटन बढ़ने की उम्मीद है. अगले साल 22 जनवरी को पीएम मोदी राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे. उम्मीद की जा रही है कि यह एयरपोर्ट अयोध्या के पर्यटन में वृद्धि करेगा.
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