बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में Axis My India के एग्जिट पोल सर्वे में एनडीए और महागठबंधन में टक्कर के आसार जताए गए हैं. इसके मुताबिक एनडीए को 43 फीसदी तो महागठबंधन को 41 पर्सेंट वोट मिलने के आसार जताए गए हैं. इस एग्जिट पोल की खास बात ये है कि इसने यह तहकीकात की है कि बिहार चुनाव में जातीय वोट किस तरफ झुके नजर आ रहे हैं.
एक्सिस माई इंडिया के सर्वे की मानें तो बिहार के मुस्लिम और यादव वोटरों ने एक मुश्त महागठबंधन के पक्ष में मतदान किया है. 90 फीसदी यादव और 79 फीसदी मुस्लिम वोट महागठबंधन को मिलने की संभावना जताई गई है. वहीं एनडीए के पक्ष में एससी (49%), अति पिछड़ा (58%) और ओबीसी (63%) वोटों का झुकाव देखा गया है.
सर्वे के मुताबिक, एनडीए को 43 फीसदी, महागठबंधन को 41 फीसदी वोट मिल सकते हैं. जन सुराज 4 फीसदी वोट झटक सकती है और 12 पर्सेंट वोट अन्य के खाते में जा सकते हैं. जेंडर वाइज वोट शेयर के मामले में इस चुनाव में महिला और पुरुष वोटरों का अलग अलग झुकाव साफ नजर आया है.
एक्सिस माई इंडिया के सर्वे में अनुमान लगाया गया है कि 45 फीसदी महिलाएं एनडीए के पक्ष में और 40 फीसदी महागठबंधन के पक्ष में हैं. इसी तरह पुरुष वोटरों में 42 फीसदी ने महागठबंधन और 41 फीसदी ने एनडीए को वोट देने की बात कही है.
एक्सिस सर्वे की मानें तो बिहार के ग्रामीण और शहरी इलाकों में वोटिंग ट्रेंड में भी स्पष्ट अंतर दिखा है. ग्रामीण इलाकों में जहां 43 फीसदी मतदाताओं ने एनडीए को और 41 फीसदी ने महागठबंधन को चुना है. वहीं शहरी क्षेत्रों में एनडीए के पक्ष में 44 प्रतिशत और महागठबंधन के फेवर में 42 फीसदी मतदाता बताए गए हैं.
इस एग्जिट पोल के अनुसार, बिहार में पहली बार वोट डालने वालों में महागठबंधन को लेकर ज्यादा झुकाव देखा गया है. 46 फीसदी फर्स्ट टाइम वोटर्स को महागठबंधन के पक्ष में और 37 फीसदी को एनडीए की तरफ बताया गया है. 6 फीसदी नए वोटरों ने प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को तवज्जो दी है. 11 फीसदी ऐसे वोट अन्य के खाते में जाने का अनुमान है.














