अहमदाबाद प्लेन हादसे की वजह क्या.
अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के(Ahmedabad Plane Crash) बाद क्या कहते हैं एविएशन एक्सपर्ट्स और एयरपोर्ट के पास रहने वालों के मन में क्या डर समा गया है, इन दोनों सवालों का जवाब ढूंढ़ते एनडीटीवी की टीम लखनऊ एयरपोर्ट के पास पहुंची. लखनऊ एयरपोर्ट की बाउड्री के बगल में रहने वालों से भी बात की और एविएशन एक्सपर्ट् से भी अहमदाबाद की घटना पर बात की. एविएशन एक्सपर्ट कैप्टन प्रखर ने बताया कि दुनिया में एयरक्राफ्ट्स के बिज़नेस में दो बड़े प्लेयर्स हैं. उनमें एक एयरबस है और दूसरी कंपनी बोइंग है. दोनों कंपनियों में आपस में कॉम्पटिशन रहता है कि कौन पहले नए मॉडल का एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चर मार्केट में ले आएगा. ऐसे में जो विमान गुरुवार को अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उसे लेकर कैप्टन प्रखर ने कहा कि ये बोइंग 787 की 8 सीरीज़ एयरक्राफ्ट है.
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अहमदाबाद प्लेन क्रैश की वजह क्या?
कैप्टन प्रखर ने बताया कि बोइंग 787 की आठवीं सीरीज़ को 2013 में लॉन्च किया गया था. तब इसकी बैटरी में शिकायत के बाद इसे उड़ने से रोक दिया गया था. अभी हाल फ़िलहाल में भी इसको लेकर शिकायतों के बाद इसे उड़ने से रोका गया था. उन्होंने कहा कि बोइंग और एयरबस जैसे बड़े प्लेयर्स मार्केट में जल्दी एयरक्राफ्ट लॉन्च करने के लिए कभी-कभी हड़बड़ी कर देते हैं.
पायलट्स को क्या दिक्कत आती है?
एयरक्राफ्ट उड़ाने के दौरान पायलट्स को क्या दिक्कत आती है, इस सवाल पर कैप्टन प्रखर कहते हैं कि अहमदाबाद की घटना को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना संभव नहीं है. हालांकि आमतौर पर विमान में फ्यूल फ्लो में दिक्कत आने से टेक ऑफ के दौरान खासी परेशानी सामने आ सकती है. साथ ही दो किलो या उससे अधिक भार वाली चिड़िया भी कई बार हादसे का कारण बन जाती हैं.
विमान हादसों की ये भी बड़ी वजह
अहमदाबाद की घटना पर कैप्टन प्रखर ने कहा कि रनवे से टेक ऑफ के बाद मात्र 600 फुट की ऊंचाई पर जाकर गिरना बताता है कि पायलट को मेडे बोलने का भी ठीक से समय नहीं मिला होगा. उन्होंने कहा कि विमान में हादसे के पहले तक कोई टर्बुलेन्स नहीं दिखा. यानी इंजन पर फ्यूल थ्रस्ट में दिक्कत आ सकती है, जिससे जितने लोड से विमान को ऊपर जाना चाहिए,वह शायद नहीं जा सका.
अहमदाबाद की घटना के बाद डर लग रहा
इस बीच लखनऊ एयरपोर्ट की बाउंड्री के ठीक बगल में घर बनाकर रहने वाली कुछ महिलाओं से जब NDTV की टीम ने बात की तो उन्होंने कहा कि अहमदाबाद की घटना से पहले उन्हें कभी डर नहीं लगा लेकिन कल से थोड़ा सा डर लगने लगा है. हालांकि कुछ महिलाओं ने ये भी कहा कि हादसा तो सड़क पर भी हो सकता है. अहमदाबाद में जो हुआ, वो संयोग था. इसलिए वे नहीं डर रहीं.