कार में ऑटो से लगी हल्की सी टक्कर, शख्स ने पीछा कर दिव्यांग को पीट-पीटकर मार डाला

ऑटो ड्राइवर बंटी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला था और फरीदाबाद में ऑटो-रिक्शा चलाकर गुजर-बसर करता था. गाड़ी में हल्की से टक्कर लगने पर शख्स ने ऑटो ड्राइवर बंटी को पीट-पीटकर मार डाला.

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आरोपी ने ऑटो ड्राइवर को सड़क पर गिराकर बुरी तरह पीटा
फरीदाबाद:

हरियाणा के फरीदाबाद में ‘रोड रेज' की घटना में 32 वर्षीय दिव्यांग ऑटो-रिक्शा चालक की हत्या कर दी गई. पुलिस के मुताबिक, मृतक की पहचान बंटी के तौर पर हुई है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है. ऑटो-रिक्शा चालक मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला था और फरीदाबाद में ऑटो-रिक्शा चलाकर गुजर-बसर करता था. तीन बच्चों का पिता बंटी परिवार में अकेला कमाने वाला था. अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को नगला चौक के पास बंटी का ऑटो एक कार से टकरा गया जिसके बाद उसका कार चालक से विवाद हो गया था.

पुलिस की चंगुल में आरोपी

पुलिस ने कहा कि कार चालक ने बंटी को बुरी तरह पीटा और मौके से फरार हो गया था. स्थानीय लोगों ने बंटी को सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उसकी बहन की शिकायत पर मुजेसर थाने में कार चालक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है. जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर किया गया.

आरोपी ने बंटी को बुरी तरह पीटा

रात करीब 11.50 बजे बंटी ने एक यात्री को छोड़ा था और ऑटो चलाकर घर लौट रहा था, तभी नंगला चौक के पास उसकी कार रोहित की कार से टकरा गई. जैसे ही बंटी आगे बढ़ा, रोहित ने अपनी से पीछा कर उसे पकड़ लिया. उसने कथित तौर पर बंटी का कॉलर पकड़ा, उसे ऑटो से बाहर निकाला और उसे जमीन पर गिरा दिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने उसे तब तक लात-घूंसे से पीटा, जब तक कि ऑटो चालक बेहोश नहीं हो गया. इसके बाद उसने पीड़ित को सड़क पर खून से लथपथ छोड़ दिया. अपनी कार में भागने से पहले रोहित ने एक स्थानीय व्यक्ति को ऑटो को घर तक पहुंचाने के लिए 500 रुपये दिए. राहगीरों ने बंटी को सड़क पर मृत पाया और कुछ घंटों बाद पुलिस को सूचना दी.

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काम करने दिल्ली आया था बंटी

इसके बाद आरोपी रोहित को गिरफ्तार किया और उसकी एसयूवी भी जब्त कर ली गई.  बंटी हाल ही में अलीगढ़ का अपना घर छोड़कर फरीदाबाद में काम करने दिल्ली आया था. वह पिछले तीन दिनों से नंगला गांव में अपनी बहन नीरजा देवी के साथ रह रहा था.  बंटी की बहन ने कहा, "वह अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाला सदस्य था, जिसमें उसकी पत्नी और तीन बच्चे हैं. उसकी अचानक मौत से परिवार पर रोजी-रोटी का भी संकट आ गया."

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