नागपुर हिंसा पर क्या बोले CM देवेंद्र फणडवीस? कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना

Nagpur Violence : नागपुर हिंसा पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि अगर सरकार के संरक्षण में आगजनी जैसी घटनाएं होती रहीं तो साफ है कि नफरत को हवा देने की कोशिश की जा रही है. मुख्यमंत्री को अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में हो रही हिंसा पर ध्यान देना चाहिए.

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नागपुर:

संभाजीनगर में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को गिराए जाने को लेकर चल रहे विवाद के बीच महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें पथराव और आगजनी हुई. वहीं, कांग्रेस ने नागपुर हिंसा को ‘‘बेहद परेशान करने वाला'' करार देते हुए कहा कि इससे केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर सत्तारूढ़ प्रशासन की विचारधारा का असली चेहरा उजागर होता है.

अफवाह पर विश्वास न करें...  देवेंद्र फडणवीस की अपील

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि नागपुर एक शांतिपूर्ण और सहयोगी शहर है और यह शहर हमेशा मिलजुल कर रहने की अपनी परंपरा के लिए जाना जाता है. सीएम फडणवीस ने नागरिकों से अपील की कि वह प्रशासन का पूरा सहयोग करें और किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें.

कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि नागपुर में दंगों की खबरें बेहद परेशान करने वाली हैं. खेड़ा ने कहा कि महल मुख्यमंत्री का अपना क्षेत्र है. नागपुर के 300 वर्षों के गतिशील अस्तित्व में वहां कभी दंगे नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से 300 साल पुराने इतिहास को हथियार बनाकर इसका इस्तेमाल विभाजन, ध्यान भटकाने और अशांति पैदा करने के लिए किया जा रहा है. ये हिंसा केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर सत्तारूढ़ प्रशासन की विचारधारा का असली चेहरा उजागर करती हैं.

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बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि स्थिति पर काबू पा लिया गया है. घटना में कुछ पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं. नागपुर एक शांतिपूर्ण शहर है, जो दीक्षाभूमि के लिए प्रसिद्ध है और अपने सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है.

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नागपुर हिंसा पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि अगर सरकार के संरक्षण में आगजनी जैसी घटनाएं होती रहीं तो साफ है कि नफरत को हवा देने की कोशिश की जा रही है. मुख्यमंत्री को अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में हो रही हिंसा पर ध्यान देना चाहिए.

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कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि नागपुर में सोमवार को हुई हिंसा राज्य के गृह विभाग की विफलता को दर्शाता है. सपकाल ने कहा कि मंत्रियों द्वारा पिछले कुछ दिनों से जानबूझकर भड़काऊ भाषण दिये जा रहे थे.

'नागपुर का इतिहास हमेशा से शांति का रहा है'
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर के कुछ हिस्सों में सोमवार को हुई हिंसा के बीच लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की. केंद्रीय मंत्री ने वीडियो संदेश में कहा कि नागपुर का इतिहास हमेशा से शांति का रहा है. मैं अपने सभी भाइयों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं. अफवाहों पर विश्वास न करें और सड़कों पर न उतरें.

शिवसेना प्रवक्ता आनंद दुबे ने भी इस हिंसा पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का कर्तव्य है कि वह कानून व्यवस्था बनाए रखे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नागपुर में दो गुटों के बीच झगड़े के बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुई हैं. कई गाड़ियों में आग लगा दी गई, पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया गया और दमकल की गाड़ियों पर भी पथराव किया गया. यह घटनाएं निश्चित रूप से नागपुर की शांति और सामाजिक सौहार्द्र को प्रभावित कर सकती हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार इस स्थिति को नियंत्रण में रखने में असफल रही है.

पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस नेता अनिल देशमुख ने भी इस हिंसा को लेकर अपनी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि नागपुर शहर में हो रही दंगे जैसी घटनाओं ने शहर में तनाव का माहौल बना दिया है. यह नागपुर की संस्कृति नहीं है. ऐसे घटनाएं शांति और स्थिरता को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए हमें संयम बनाए रखना चाहिए और इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए.

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