उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (STF) ने बृहस्पतिवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया. जब असद के एनकाउंट में मारे जाने की खबर आई, तब अतीक अहमद की प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड मामले में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेशी हो रही थी. अतीक ने जैसे ही बेटे के एनकाउंटर की खबर सुनी, वह कटघरे में खड़े-खड़े रोने लगे. इस दौरान अतीक का छोटा भाई अफरफ भी उसके साथ कटघरे में खड़ा था. अतीक अहमद और अशरफ को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
अतीक से संपर्क में था असद
सेंट्रल एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, फरारी के दौरान असद, अतीक अहमद से सम्पर्क में था. उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद प्रयागराज से कानपुर भाग गया था, जहां से बस पड़कर दिल्ली आया था, जहां रुका और फिर अजमेर गया. असद, अतीक अहमद के संपर्कों का इस्तेमाल फरारी के दौरान कर रहा था, जिस पर यूपी पुलिस और सेंट्रल एजेंसी का ऑपरेशन जारी है. सेंट्रल एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, फरारी के दौरान असद, अतीक अहमद से सम्पर्क में था.
अतीक का परिवार उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम एवं नौ अन्य लोगों को हमले का आरोपी बनाया गया था. अतीक अहमद को करीब एक पखवाड़े में दूसरी बार बुधवार को गुजरात के साबरमती जेल से उत्तर प्रदेश के नैनी सेंट्रल जेल लाया गया. अतीक शाम करीब छह बजे नैनी जेल जेल पहुंचा और विलंब की वजह से बुधवार को उसे अदालत में पेश नहीं किया जा सका.
बता दें कि बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्डों की पिछले 24 फरवरी को धूमनगंज क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.