पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की नेम प्लेट 17 साल बाद आखिरकार संसद भवन (Parliament) के कमरे से हटा दी गई है. संसद भवन के कमरा नंबर पर चार पर अटल बिहारी वाजपेयी की नेमप्लेट (Atal Bihari Vajpayee's name plate) लगी थी और 2009 के बाद यहां वाजपेयी के साथ लालकृष्ण आडवाणी (LK Advani) की नेमप्लेट भी लगा दी गई थी जिन्हें अब हटा दिया गया है. अब बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा कमरा नंबर चार में बैठेंगे. यह कमरा बीजेपी के संसद भवन के ऑफ़िस के ठीक बगल में है.
2004 में हार के बाद अटल बिहारी वाजपेयी को बतौर एनडीए अध्यक्ष यह कमरा दिया गया था. हालांकि उन्होंने इसका न के बराबर ही इस्तेमाल किया. 2009 के बाद से आडवाणी को यह कमरा दिया गया. वे 2019 के चुनाव से ठीक पहले तक यहां बैठते थे. हालांकि 2014 में एक दिन के लिए उनकी नेमप्लेट हटा दी गई थी और वे नाराज होकर सेंट्रल हॉल में बैठ गए थे. उसके अगले ही दिन फिर से आडवाणी की नेमप्लेट लगा दी गई थी.
2018 में अटलजी के निधन के बाद भी उनकी नेमप्लेट लगी रही. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा अभी तक राज्यसभा के सदन के नेता के कमरे से लगे एक छोटे कमरे में बैठते थे लेकिन अब ये चार नंबर कमरा वो इस्तेमाल करेंगे.