उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) ने राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर उनके एक बयान को लेकर पलटवार किया है. उपराष्ट्रपति ने कहा कि कुछ लोग संवैधानिक संस्थाओं पर अमर्यादित टिप्पणी करते हैं. ऐसा करना अच्छी बात नहीं हैं. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, "जो व्यक्ति जितने बड़े पद पर है, उसका आचरण भी उतना ही मर्यादित होना चाहिए. राजनीतिक फायदा उठाने के लिए कोई भी टिप्पणी करना अच्छी बात नहीं है."
धनखड़ ने शुक्रवार को बिहार में नालंदा विश्वविद्यालय के छात्रों, कर्मचारियों और फैक्ल्टी मेंबर्स से बातचीत के दौरान ये बातें कही. उन्होंने कहा, "जब संवैधानिक संस्थाओं की बात आती है, तो मैं सभी से जिम्मेदार होने का आह्वान करता हूं. हमें केवल राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए संवैधानिक पदाधिकारियों को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए. इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता."
बता दें कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान की लगातार यात्रा पर सवाल उठते रहे हैं. यहां जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. राजस्थान के नीमराणा में एक चुनाव अभियान के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने उपराष्ट्रपति की पांच जिलों की यात्रा पर आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा था, "ऐसी यात्राओं से सभी प्रकार के संदेश जाएंगे, जो लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है."
गहलोत ने क्या कहा था?
गहलोत ने नीमराना में एक सभा के दौरान कहा, "राजनेताओं को आना चाहिए, लेकिन कृपया उपराष्ट्रपति को न भेजें. यह एक संवैधानिक पद है. हम राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का सम्मान करते हैं. कल उपराष्ट्रपति आए और पांच जिलों का दौरा किया. उपराष्ट्रपति भी अप-डाउन कर रहे हैं. चाहे गवर्नर हो या उपराष्ट्रपति हम सबका सम्मान करते हैं, लेकिन वह (उपराष्ट्रपति) बार-बार यहां आ रहे हैं. इसका कोई मतलब नहीं है."
कानून मंत्री मेघवाल ने भी गहलोत को घेरा
कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी गहलोत से पूछा था कि क्या उपराष्ट्रपति को राजस्थान दौरे के लिए मुख्यमंत्री की अनुमति लेने की जरूरत है. मेघवाल ने कहा था, "उपराष्ट्रपति के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अब क्यों आ रहे हैं? तो क्या अब उपराष्ट्रपति उनसे अनुमति लेकर आएंगे?"
9 दिनों की राजस्थान यात्रा पर हैं अशोक गहलोत
बता दें कि अशोक गहलोत पूरे राजस्थान में सघन अभियान चला रहे हैं. वो मिशन 20230 के लिए 9 दिनों की यात्रा पर हैं. इस दौरान गहलोत 18 जिलों को टच करेंगे और 38 निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगे. इस दौरान सीएम गहलोत लोगों से सीधे बात करेंगे और मिशन 2030 के लिए उनकी राय जानेंगे.