राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों के लिए 25 नवंबर को वोटिंग होनी है. राजस्थान चुनाव (Rajasthan Assembly Election 2023) को लेकर न तो बीजेपी और न ही कांग्रेस ने मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया है. कांग्रेस पार्टी के अंदर भी लंबे समय से सचिन पायलट (Sachin Pilot) और अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के बीच फेस वॉर चल रहा है. वहीं, बीजेपी खेमे में भी सीएम चेहेरे को तौर पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का नाम सामने आता रहा है. हालांकि, चंद्रप्रकाश जोशी (CP Joshi) ने साफ किया है कि वो सीएम की रेस में शामिल नहीं हैं.
राजस्थान के बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने NDTV से कहा, "मैं बिल्कुल भी सीएम की रेस में नहीं हूं. पार्टी ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, मैं पूरी लगन से उसका पालन करना चाहता हूं. हम कमल के निशान के ऊपर चुनाव लड़ रहे हैं. जनता ने मन बना लिया है कि वो कमल के निशान और मोदी जी के चेहरे के साथ जाएंगे. मुझे उस दिन सबसे ज्यादा खुशी होगी, जब हम जीतेंगे और पार्टी जिसे भी मुख्यमंत्री बनाएगी, मैं उसके गले में सबसे पहले माला डालूंगा."
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बीजेपी के सीएम चेहरे को लेकर अटकलें चरम पर
राजस्थान में बीजेपी के सीएम चेहरे को लेकर अटकलें चरम पर हैं. पार्टी ने कई ऐसे नेताओं को मैदान में उतारा है, जो राज्य में वसुंधरा राजे के साथ तालमेल नहीं बिठाते हैं. बीजेपी की तरफ से वसुंधरा राजे को भी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होने के बारे में कोई आश्वासन नहीं दिया गया है. इससे कई लोगों ने निष्कर्ष निकाला है कि राजे पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से नाराज हैं.
कांग्रेस की गारंटी योजना को बताया शिगूफा
48 वर्षीय सीपी जोशी को इस साल मार्च की शुरुआत में राजस्थान यूनिट का प्रभार सौंपा गया था. कांग्रेस के चुनावी कैंपेन के बारे में भी जोशी ने तमाम सवालों पर अपनी राय रखी. उन्होंने कांग्रेस की गारंटी योजना को शिगूफा करार दिया. जोशी ने सवाल किया, "कांग्रेस को अपनी गारंटी के लिए पांच साल तक इंतजार क्यों करना पड़ा? कांग्रेस सरकार को अपनी गारंटी पहले देनी चाहिए थी."
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कांग्रेस ने नहीं निभाए वादे
सीपी जोशी ने तर्क दिया कि कांग्रेस पार्टी अभी तक अपने पहले के वादों को पूरा नहीं कर पाई है. उदाहरण के तौर पर उन्होंने एक करोड़ मोबाइल फोन के वादे का हवाला दिया. उन्होंने कहा, "पार्टी ने अभी तक सिर्फ 17 लाख फोन दिए है."
किसानों का नहीं हुआ कर्जा माफ
सीपी जोशी ने इस दौरान किसानों का कर्ज माफ करने वाले कांग्रेस के वादे का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई. उन्होंने वादा किया था कि किसानों का कर्ज़ा माफ़ करेंगे, लेकिन आज तक ऐसा नहीं किया. बेरोज़गारी भत्ता और महिला अपराध को रोकने के वादे किये गए, लेकिन आज कांग्रेस सरकार बेनक़ाब हो गई है.
उज्जवला योजना प्रधानमंत्री मोदी लेकर आये
गहलोत सरकार के 500 रुपये के सिलेंडर देने के वादे पर सीपी जोशी ने कहा कि 500 रुपये में से 300 तो केंद्र सरकार दे रही है. उज्जवला योजना तो प्रधानमंत्री मोदी लेकर आये थे. हमने महिलाओं को फ्री सिलेंडर दिया.
पेपर लीक में सरकार शामिल
राजस्थान में हुए पेपर लीक पर सीपी जोशी ने कहा, "कांग्रेस की सरकार में कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक के मामले हुए. बीजेपी ने इसके खिलाफ आवाज़ उठाई. पेपर लीक में गहलोत सरकार की संलिप्तता सामने आई है. इसके सबूत भी हैं. सरकार आरोपियों के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट तक चली गई."