Assam Assembly Polls 2021: सर्वानंद सोनोवाल सरकार को झटका देते हुए राज्य में बंद हो चुकी दो पेपर मिल के करीब 1800 कर्मचारियों ने बीजेपी को वोट नहीं देने का ऐलान किया है. इन कर्मचारियों ने कहा है कि दो मिलों को फिर से खुलवाने के वादे को बीजेपी पूरा करने में नाकाम रही है. इन नाराज कर्मचारियों ने पार्टी के खिलाफ अभियान भी छेड़ दिया है. गौरतलब है कि 2016 में हुए विधानसभा चुनावों के पहले बीजेपी ने हिंदुस्तान पेपर मिल और नौगांव पेपर मिल को पुनर्जीवित करने का वादा किया था, इसमें से पहली मिल वर्ष 2015 में बंद हुई थी जबकि दूसरी इसके दो सल बाद. दोनों मिलों के करीब 1800 कर्मचारियों के umbrella organisation की ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने अब बीजेपी को 'विश्वासघाती' बताते हुए डोर टू डोर कैंपेन प्रारंभ किया है.
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यूनियन के अध्यक्ष मानबेंद्र चक्रवर्ती ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमने बराक वैली में कई लोगों के घर का दौरा किया है. हम जल्द ही राज्य के और भी स्थानों में जाएंगे और लोगों से विधानसभा चुनावों में बीजेपी को समर्थन नहीं करने की अपील करेंगे' चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार मिल को फिर से शुरू करने और कर्मचारियों को उनका बकाया दिलाने का वादा पूरा नहीं करके राज्य के जनता के साथ 'धोखा' कर रही है.
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इन दोनों मिलों के बंद होने के बाद से करीब 82 कर्मचारी सुसाइड या अन्य कारणों से जान गंवा चुके हैं. गौरतलब है कि असम में 126 सदस्यों वाली विधानसभा के लिए चरणों में वोटिंग होगी. 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को वोट डाले जाएंगे जबकि परिणाम दो मई को घोषित किए जाएंगे.