गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर रविवार को थोड़ा कम हुआ, जिससे असम में बाढ़ की स्थिति थोड़ी कम हुई. स्थानीय लोगों को डर है कि अगर बारिश जारी रही तो जलस्तर फिर से बढ़ जाएगा. रविवार को राज्य सरकार के सूत्रों ने कहा था कि इस साल बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या पिछले साल की तुलना में बहुत कम है. सूत्रों ने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले दो साल तक असम में न्यूनतम बाढ़ आएगी.
सूत्र ने कहा, "इस बार बाढ़ मुख्य रूप से निचले असम में है. अगर सब कुछ ठीक रहा, तो अगले एक या दो साल में हम निचले असम में भी न्यूनतम बाढ़ देख सकते हैं." गौरतलब है कि इस साल राज्य में स्थिति में मामूली सुधार हुआ है, असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, 15 जिलों में लगभग 4.01 लाख लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं.
एएसडीएमए की बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में नलबरी जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से एक और व्यक्ति की मौत हो गई, जिससे अब तक मरने वालों की संख्या 3 हो गई है.
एएसडीएमए ने कहा, "अकेले बजाली जिले में लगभग 2.22 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, इसके बाद बारपेटा में 1.04 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, नलबाड़ी में 40668 लोग प्रभावित हुए हैं, लखीमपुर में 22060 लोग, दर्रांग में 8493 लोग, गोलपारा जिले में 4750 लोग प्रभावित हुए हैं."
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित 14 जिलों में 101 राहत शिविर और 119 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं और इन राहत शिविरों में 81352 लोगों ने शरण ली है. दूसरी ओर, कई अन्य लोग अभी भी सड़कों, ऊंचे इलाकों और तटबंधों पर शरण ले रहे हैं.
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