असम की खदान में पिछले तीन दिनों से मजदूर फंसे हुए हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन (Assam Coal Mine Rescue Operation) भी लगातार जारी है. रेस्क्यू के दौरान आज एक मजदूर का शव बरामद किया गया है. इस हादसे में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है. 6 लोग अब भी भीतर फंसे होने की आशंका जताई जा रही हैं. सेना, नौसेना के खोताखोर राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. यह हादसा खदान में अचानक पानी भरने की वजह से हुआ है. दीमा हसाओ कोयला खदान में अचानक पानी भर गया था. तब से भीतर फंसे मजदूर जिंदगी की जंग खड़ रहे हैं.
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मजदूरों को खदान से निकालने की कोशिश जारी
खदान के भीतर पानी 100 फुट तक बढ़ गया है. फंसे हुए मजदूरों को बचाने के लिए स्थानीय अधिकारियों की मदद नौसेना के गोताखोर कर रहे हैं. पानी को बाहर निकालने के लिए दो मशीनें भी लगाई गईं हैं. असम के उमरंगसो में मौजूद कोयला खदान में अचानक पानी भरने की वजह से सोमवार को 9 मजदूर अंदर फंस गए थे. खदान के कर्मचारियों के मुताबिक, करीब 15 श्रमिक खदान में थे. हालांकि अधिकारियों ने संख्या की पुष्टि नहीं की.
खदान में भरा पानी, संकट में जिंदगी!
यह हादसा 6 जनवरी को हुआ था. मजदूर खदान में कोयला निकाल रहे थे, तभी अचानक पानी भर गया. सेना लगातरा रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी है. मंगलवार रात को राहत-बचाव कार्य रोक दिया गया था जो, जो आज सुबह फिर से शुरू किया गया.जानकारी के मुताबिक यह खदान रैट माइनर्स की है.इस मामले में खदान मालिक पुनीश नुनिसा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
सीएम सोरेन से सेना को कहा 'शुक्रिया'
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए सेना का धन्वाद अदा किया. उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, 'इस त्वरित प्रतिक्रिया के लिए बहुत-बहुत आभार. हम अपने श्रमिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.'
कोयला खदान में फंसे ये मजदूर
कोयला खदान में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान भी जुटे हुए हैं. एक अधिकारी ने बताया कि पानी को बाहर निकालने के लिए दो मशीनें भी लगाई गईं हैं. मुख्यमंत्री ने फंसे हुए मजदूरों के नाम- गंगा बहादुर श्रेथ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सरपा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और सरत गोयारी बताए हैं.