अमृतसर में पंजाब पुलिस के अधिकारी की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक पुलिस अधिकारी की पहचान ASI सरूप सिंह के रूप में की गई है. सरूप सिंह नवादा पिंड थाना में तैनात थे. पुलिस की अभी तक की जांच में पता चला है कि सरूप सिंह गुरुवार रात 9 बजे अपने घर से निकले थे. और घर से निकलने के आधे घंटे बाद ही उनका फोन बंद हो गया था. फोन बंद होने से पहले ही उन्होंने अपने परिजनों से आखिरी बार बात की थी.
पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
सूत्रों ने NDTV को बताया है कि सरूप सिंह अपनी शिफ्ट के लिए जा रहे थे तभी बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. साथ ही अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. इस घटना को लेकर अमृतसर ग्रामीण के डीएसपी सूचा सिंह ने कहा कि इस हत्या के पीछे कोई राजनीतिक पहलू नहीं है. यह व्यक्तिगत दुश्मनी का मामला है. आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की कई टीमें काम कर रही हैं.
विपक्ष ने साधा निशाना
सरूप सिंह की हत्या को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. विपक्षी पार्टियां इस हत्या को लेकर प्रदेश सरकार और आम आदमी पार्टी पर निशान साध रही हैं. भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने पुलिस अधिकारी की हत्या को बेहद परेशान करने वाला बताया और मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना भी साधा.
उन्होंने कहा कि पंजाब में इतनी हत्याएं होना चिंताजनक है. भगवंत मान जी, पंजाब ने आपको (आपको काम करने के लिए) जिम्मेदार शासन सौंपा है, ना कि सिर्फ केजरीवाल के ड्राइवर के तौर पर भूमिका निभाने के लिए. केजरीवाल के एजेंडे के लिए पंजाब के हितों से समझौता करना वह नहीं है जिसके लिए लोगों ने वोट दिया था!!
अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया, जो सबसे पहले प्रतिक्रिया देने वालों में से थे, ने भी पुलिसकर्मी की मौत के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया और एक्स पर लिखा कि आपको (भगवंत मान) शर्म आनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के हालात देखिए, ASI सरूप सिंह की आज सुबह अज्ञात हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी, जब वह अपनी ड्यूटी के तहत हाईकोर्ट जा रहे थे.