भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य अशोक चव्हाण ने सोमवार को कहा कि वह कांग्रेस छोड़ने से पहले पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से नहीं मिले थे और इस बाबत राहुल गांधी की टिप्पणी को उन्होंने 'बेबुनियाद' बताकर खारिज कर दिया.
लोकसभा चुनाव से पहले रविवार को मुंबई में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दावा किया था कि महाराष्ट्र के एक नेता ने उनकी मां सोनिया गांधी के सामने रोते हुए कहा था कि उन्हें शर्म आती है कि वह "इस ताकत से और नहीं लड़ सकते और वह जेल नहीं जाना चाहते."
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चव्हाण ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में कहा कि राहुल गांधी ने रविवार को एक रैली में बयान दिया और किसी का नाम नहीं लिया है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर वह मेरे बारे में ऐसा कह रहे हैं तो यह अतार्किक और बेबुनियाद है. सच तो यह है कि कांग्रेस से इस्तीफा देने तक मैं पार्टी मुख्यालय में काम कर रहा था."
उन्होंने कहा, "मैंने विधायक पद से इस्तीफा दिया और कुछ देर बाद पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया. तब तक किसी को नहीं पता था कि मैंने इस्तीफा दे दिया है."
चव्हाण ने कहा, "मैं सोनिया गांधी से कभी नहीं मिला. यह कहना बेबुनियाद है कि मैंने सोनिया गांधी से मुलाकात की और अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. यह चुनाव के दृष्टिकोण से दिया गया एक राजनीतिक बयान है."
कांग्रेस छोड़ने के बाद चव्हाण भाजपा में शामिल हो गए थे. भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में उन्हें महाराष्ट्र से टिकट दिया था. बाद में वह राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए.
यह भी पढ़ें : "मैं इस चुनौती को स्वीकार करता हूं...", राहुल गांधी के "शक्ति" वाले बयान पर पीएम मोदी
यह भी पढ़ें : राहुल गांधी 'राजनीतिक लाभ' के लिए वीर सावरकर का बार-बार अपमान कर रहे हैं: रंजीत सावरकर
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)