"जेल में केवल 3 बार खाया आम, 6 बार मिठाई...": अरविंद केजरीवाल के वकील ने ED के आरोपों का दिया जवाब

जेल अथॉरिटी ने कहा था कि केजरीवाल को डाइट फॉलो करना चाहिए, इंसुलिन की कोई जरूरत नहीं है. दरअसल, अगर वह इंसुलिन लेंगे तो शुगर लेवल काफी कम हो जाएगा. केजरीवाल की तरफ से इस दावे का जवाब दिया गया है.

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नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party)के नेता अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले मामले में जेल में बंद है. इस बीच जेल अथॉरिटी की तरफ से अदालत में कहा गया है कि केजरीवाल तिहाड़ जेल में सलाखों के पीछे रहते हुए आम खाते हैं. साथ ही वो कई बार मिठाई भी खा चुके हैं.  जेल ऑथारिटी ने कहा कि जब केजरीवाल को जेल में लाया गया था तो वह पहले इंसुलिन ले रहे थे लेकिन बाद में खुद उन्होंने बंद कर दिया था. जेल अथॉरिटी ने कहा है कि केजरीवाल को घर से बना खाना देने के लिए लागू शर्तों में ऐसी बात नहीं कही गयी है कि वो फल या कुछ भी खायें.  दरअसल, वह डाइट फॉलो नहीं कर रहे हैं, हमें एम्स से भी राय मिली है, इसके मुताबिक उन्हें आम से परहेज करना चाहिए. जेल अथॉरिटी ने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार घर का बना खाना कैदी को नहीं दिया जा सकता है. केजरीवाल की तरफ से अब इस दावे का जवाब दिया गया है. 

जेल अथॉरिटी ने कहा था कि केजरीवाल को डाइट फॉलो करना चाहिए, इंसुलिन की कोई जरूरत नहीं है. दरअसल, अगर वह इंसुलिन लेंगे तो शुगर लेवल काफी कम हो जाएगा. केजरीवाल की तरफ से इस दावे का जवाब दिया गया है.

केजरीवाल के वकील ने ED के दावे को बताया गलत
अदालत  को सौंपे गए एक विस्तृत बयान में केजरीवाल ने उन्हें अपने डॉक्टर के साथ वीडियो परामर्श की अनुमति देने के खिलाफ ईडी के प्रत्येक तर्क का खंडन किया है.  बयान में दावा किया गया कि केजरीवाल को "सावधानीपूर्वक डॉक्टरी जांच के तहत" 1 फरवरी से इंसुलिन इंजेक्शन बंद करने की सलाह दी गई थी.  केजरीवाल ने कहा कि तब उन्हें "दैनिक चिकित्सा और आहार" का पालन करने के लिए कहा गया था जिसमें नियमित व्यायाम भी शामिल था. हालांकि गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह उस नियमों का पालन करने में सक्षम नहीं रह गए हैं. केजरीवाल के वकील ने अदालत को बताया कि "हालांकि, गिरफ्तारी के बाद से आज तक, आवेदक को उसके शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन नहीं दिया गया है.

इस बीच  AAP ने दिल्ली के मुख्यमंत्री की "हत्या करने की साजिश" का दावा किया है. आप की तरफ से दावा किया गया है कि केजरीवाल को  दो बार इंसुलिन की आवश्यकता होती है. गुरुवार शाम को केजरीवाल की पार्टी सहयोगी, आतिशी ने आरोप लगाया कि AAP नेता को "बार-बार अनुरोध के बावजूद" गंभीर मधुमेह वाले रोगी के लिए आवश्यक खुराक नहीं दी जा रही है. आप ने इंसुलिन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश के लिए अदालत में याचिका दायर की है. 

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आतिशी ने की ईडी की आलोचना
आतिशी ने इस सप्ताह एक कड़े बयान में, अदालत को यह बताने के लिए ईडी की आलोचना की कि केजरीवाल "नियमित रूप से ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं जो किसी भी मधुमेह रोगी के लिए अनुमति नहीं है". उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से झूठ है...केजरीवाल जी को डॉक्टर द्वारा बताए गए स्वीटनर के साथ चाय और मिठाई खाने की अनुमति है." आज उन्होंने वह बात दोहराई- मिठाइयां शुगर-फ्री हैं और केवल छह बार उपलब्ध कराई गईं है. 

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आलू पूड़ी विवाद
आतिशी और मुख्यमंत्री दोनों की अदालत की दलील में कहा गया है कि यह केवल नवरात्रि के दौरान आलू पूड़ी प्रदान किया गया था. आतिशी ने कहा कि ईडी वाले... भगवान से डरें! आपने अदालत में जो डाइट चार्ट जमा किया है, उससे पता चलता है कि केजरीवाल जी ने इसे केवल एक दिन यह खाया था-नवरात्रि का पहला दिन था वो. क्या आप हमें नवरात्रि का प्रसाद भी नहीं खाने देंगे?

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अरविन्द केजरीवाल को क्यों गिरफ्तार किया गया?
दिल्ली में कथित शराब नीति घोटाले के सिलसिले में ईडी ने 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था.  जांच एजेंसी का मानना ​​है कि मुख्यमंत्री ने अब समाप्त हो चुकी नीति का मसौदा तैयार करने और शराब लाइसेंस के बदले में रिश्वत मांगने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. AAP और  केजरीवाल ने सभी आरोपों से इनकार कर दिया है और गिरफ्तारी और मामले को "राजनीतिक प्रतिशोध" बताया है, जैसा कि लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले हुआ था.  केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. हालांकि, शीर्ष अदालत ने जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया है. उन्हें अब 29 अप्रैल तक इंतजार करना होगा, जब अदालत ईडी का जवाब सुनने के लिए दोबारा बैठेगी. 

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