राजस्थान में जारी राजनीतिक घटनाक्रम पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हमें राजनीति आती नहीं हैं. जनता के लिए काम करते हैं. स्कूल-अस्पताल बनाते हैं. वही चीजें हैं जो जनता को चाहिए, जनता को तोड़फोड़ की राजनीति पसन्द नहीं आती है. हम काम की राजनीति करते हैं, इसलिए पहले दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाई, अब गुजरात मे जनता कह रही है कि वहां भी AAP की सरकार बनेगी. वे (कांग्रेस) अपना घर नहीं संभाल रहे हैं, दोनों ही पार्टियां जोड़ तोड़ करती है. वे ये कहते रहते हैं कि केजरीवाल मुफ्त देना बंद करो. आज देशभर को उम्मीद आम आदमी पार्टी से है. मुझे विकल्प समझ नहीं आता, हमें देश को आगे ले जाना है.
वहीं ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने रविवार रात कहा कि राज्य में 2023 विधानसभा चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं. पूनिया ने ट्वीट किया, ‘‘रूझान आने प्रारंभ…2023 में ‘जय भाजपा-तय भाजपा'''. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘इतनी अनिश्चितता तो आज भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच में भी नहीं है जितनी राजस्थान की कांग्रेस पार्टी में नेता को लेकर है. विधायकों की बैठकें अलग चल रही है, इस्तीफों का सियासी पाखंड अलग चल रहा है. ये क्या राज चलाएंगे, कहां ले जाएंगे ये राजस्थान को, अब तो भगवान बचाए राजस्थान को….'
गौरतलब है कि राजस्थान में नाटकीय घटनाक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वफादार विधायकों ने अपने इस्तीफे सौंपने के लिए रविवार रात विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी के निवास जाने का फैसला किया. यह घटनाक्रम ऐसे वक्त हुआ है जब विधायक दल की बैठक में गहलोत के उत्तराधिकारी को चुनने की संभावना है. इस स्थिति से मुख्यमंत्री और सचिन पायलट के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष गहराने का संकेत मिल रहा है. गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे इसलिए उनके उत्तराधिकारी को चुने जाने की चर्चा है.