राहुल गांधी को पत्र लिख अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी ने बहुविवाह की प्रथा को लेकर चिंता जताई

अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी ने राहुल गांधी से कांग्रेस पार्टी के भीतर बहुविवाह संबंधी मुद्दों के समाधान पर विचार करने का अनुरोध किया.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
कांग्रेस नेता राहुल गांधी
ईटानगर:

अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी (एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस) ने राज्य में बहुविवाह प्रथा के चलन में बढ़ोतरी को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है. कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के शनिवार को अरुणाचल पहुंचने के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लिखे एक पत्र में महिला संगठन ने राज्य के सामाजिक ताने-बाने पर बहुविवाह प्रथाओं के प्रतिकूल प्रभाव पर जोर दिया और महिलाओं के शोषण और लैंगिक समानता में आई गिरावट पर भी प्रकाश डाला.

अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी (एपीडब्ल्यूडब्ल्यूएस) ने पत्र में महिलाओं को राजनीतिक उपकरण के रूप में उपयोग करने की चिंताजनक प्रवृत्ति की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह एक ऐसा मामला है, जिसका संस्था ने 1979 में अपनी स्थापना के बाद से लगातार विरोध किया है.

महिला निकाय ने अपने पत्र में पिछले साल छह सितंबर को विधानसभा की कार्यवाही से ‘अरुणाचल प्रदेश मोनोगैमी चुनाव विधेयक 2023' को वापस लेने के संबंध में विवाद के एक प्रमुख बिंदु पर प्रकाश डाला.

अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी ने पत्र में कहा, ‘‘कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग द्वारा पेश किए गए विधेयक का उद्देश्य केवल एक पति या पत्नी वाले व्यक्तियों को चुनाव लड़ने के लिए पात्र बनाना है. इसमें जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 में महत्वपूर्ण संशोधन के साथ-साथ पंचायत अधिनियम, 1997 और नगरपालिका अधिनियम, 2007 को शामिल करने की मांग की गई है.''

अरुणाचल प्रदेश महिला कल्याण सोसायटी ने राहुल गांधी से कांग्रेस पार्टी के भीतर बहुविवाह संबंधी मुद्दों के समाधान पर विचार करने का अनुरोध किया.

ये भी पढ़ें- जिलाधिकारी शीत लहर के मद्देनजर स्कूलों को बंद करने का आदेश वापस लें: बिहार शिक्षा विभाग

ये भी पढ़ें- अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति संतोषजनक : JICA

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों पर क्यों हो रही धर्म पर सियासत? |Muqabla
Topics mentioned in this article