अरुणाचल प्रदेश में विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्य में एक साथ होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी किया. पार्टी ने घोषणापत्र में युवाओं के लिए नौकरियों का वादा करने के अलावा स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है.
घोषणापत्र जारी करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नबाम तुकी ने कहा कि इसे लोगों के विचारों, राय और शिकायतों पर विचार करने के बाद तैयार किया गया है. पूर्वोत्तर राज्य में 19 अप्रैल को पहले चरण में लोकसभा की दो और विधानसभा की 50 सीटों के लिए एक साथ मतदान होगा.
सत्तारूढ़ भाजपा 60 सदस्यीय विधानसभा में पहले ही 10 सीटें निर्विरोध जीत चुकी है. हालांकि, कांग्रेस ने इस साल विधानसभा चुनाव के लिए 34 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, लेकिन कई उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने से इनकार करने और अन्य के अपना पर्चा वापस लेने के बाद केवल 19 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं.
अरुणाचल पश्चिम संसदीय सीट से केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रीजीजू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे तुकी ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस ‘‘लोगों को शक्ति देने'' की वकालत करती है. उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और इसकी आदिवासी संस्कृति एवं लोकाचार के प्रति संवेदनशील रही है. राज्य के लोगों ने हमेशा पार्टी पर अपना भरोसा रखा है.''
घोषणापत्र के अनुसार, पार्टी सभी सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को छात्रावास सुविधा के साथ आवासीय विद्यालयों में तब्दील करेगी और जवाहर नवोदय विद्यालय तथा केंद्रीय विद्यालय के अनुरूप हर जिले में मॉडल स्कूलों का निर्माण करेगी.
पार्टी ने कृषि और संबद्ध उत्पादों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और वन अधिकार अधिनियम 2006 को 'सही तरीके से' लागू करने का भी आश्वासन दिया है.