ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में उछाल, जनवरी 2023 में करीब तीन लाख पैसेंजर गाड़ियां बिकीं

थ्री-व्हीलर और टू-व्हीलर गाड़ियों की बिक्री में इजाफा इस बात को दर्शाता है कि ऑटो सेक्टर के 'कंज्‍यूमर सेंटीमेंट' में तेज़ी से सुधार हो रहा है.

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प्रतीकात्‍मक फोटो
नई दिल्‍ली:

इस साल जनवरी में देश में ऑटोमोबाइल कंपनियों ने करीब 2 लाख 98 हज़ार पैसेंजर गाड़ियां बेचीं, जो अब तक का रिकॉर्ड है. ऑटो इंडस्ट्री की संस्था सोसाइटी ऑफ़ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्‍युफेक्चरर्स (SIAM) के मुताबिक, मौजूदा वित्तीय वर्ष में अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 के बीच के 10 माह में 31 लाख से ज्यादा फोर व्हीलर, थ्री-व्हीलर और टू-व्हीलर गाड़ियां बिकीं जो इस बात को दर्शाता है कि ऑटो सेक्टर के 'कंज्‍यूमर सेंटीमेंट' में तेज़ी से सुधार हो रहा है. जनवरी माह की बात करें तो देश में इस साल जनवरी में पैसेंजर गाड़ियों की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज़ हुई है. लोगों ने पिछले साल जनवरी के मुकाबले, इस साल जनवरी में ज्यादा कारें और गाड़ियां खरीदीं.

जनवरी 2022 में बिके थे 2,54,287 पैसेंजर व्हीकल्स

सोसाइटी ऑफ़ इंडियन ऑटोमोबाइल मनुफक्चेर्स यानि SIAM के मुताबिक, जनवरी 2022 में पैसेंजर व्हीकल्स की कुल बिक्री देश में 2,54,287 थी, जनवरी 2023 में कुल बिक्री बढ़कर रिकॉर्ड 2,98,093 तक पहुंच गई यानी 17.22% की बढ़ोतरी हुई. पैसेंजर व्हीकल्स की केटेगरी में पैसेंजर कार, यूटिलिटी व्‍हीकल्‍स और वैन शामिल हैं. SIAM के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने उपभोक्ताओं के सेंटीमेंट्स और क्षमता में सुधार को इस रिकॉर्ड बिक्री के पीछे की अहम वजह माना है. 

10 माह में पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री पहली बार 30 लाख के पार

SIAM के डायरेक्‍टर जनरल राजेश मेनन ने कहा, "इस साल जनवरी में पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री अब तक के स्तर से सबसे ज्यादा दर्ज की गई है. अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 के बीच 10 महीनों में पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री पहली बार 30 लाख से ज्यादा पहुंच गई. जनवरी में थ्री व्हीलर्स की बिक्री पिछले साल जनवरी के मुकाबले दोगुनी बढ़ गई. हालांकि दोपहिया गाड़ियों की बिक्री में सिर्फ 4 फ़ीसदी का मामूली ग्रोथ दर्ज की गई है". ऑटो एक्सपर्ट टूटू धवन कहते हैं, "कोरोना संकट के दौरान कारों और दूसरी गाड़ियों की सप्लाई चैन कमजोर पड़ गई थी जिस वजह से ऑटोमोबाइल सेक्टर में तैयार गाड़ियां सेमीकंडक्टर चिप और कुछ दूसरे पार्ट की वजह से बाजार तक नहीं पहुंच पा रही थी, इससे गाड़ियों का एक बैकलॉग बन गया था."  धवन के अनुसार, हाल के माहों में ऑटोमोबाइल पार्ट्स की उपलब्धता में सुधार हुआ है और अर्थव्यवस्था की रफ्तार बेहतर होने से आम लोगों की क्रय क्षमता (परचेजिंग पावर) भी बढ़ी है. दरअसल, मौजूदा वित्तीय साल में ऑटोमोबाइल सेक्टर में सुधार काफी तेजी से हुआ है. SIAM के अनुसार, अप्रैल, 2021 से जनवरी, 2022 के बीच पैसेंजर व्हीकल्स की कुल बिक्री 24,03,125 रही थी. जबकि अप्रैल, 2022 से जनवरी 2023 के बीच दस महीनों में पैसेंजर व्हीकल्स की कुल बिक्री देश में 31,69,788 रही, यानी इस दौरान 31.90% बढ़ी.

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