आतंकवादी मुठभेड़ के दौरान अपने हैंडलर को बचाने के लिए केंट डॉग ने अपनी जान कुर्बान कर दी. बहादुर केंट डॉग को सेना की तरफ से श्रद्धांजलि दी गई. इसी के साथ भारतीय सेना ने भी एक वीडियो के माध्यम से इस बहादुर डॉग को याद किया. मंगलवार को, छह वर्षीय लैब्राडोर जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक तलाशी अभियान के दौरान सैनिकों के एक समूह का नेतृत्व कर रही थी, जब आतंकवादियों ने उस पर गोलियां चला दीं. इस दौरान अपने हैंडलर को गोलियों से बचाने के लिए केंट ने अपनी जान दांव पर लगा दी.
वीडियो में दिखाया गया है कि केंट एक घुसपैठिए की तलाश कर रही है और सैनिकों का एक समूह जंगल के पास घनी झाड़ियों में उसका पीछा कर रहा है. डॉग घुसपैठिए के निशान को सूंघती है और जल्दी से अधिकारियों को ऊंची झाड़ियों के एक हिस्से की ओर ले जाती. जैसे ही घुसपैठिया हवा में हाथ उठाकर बाहर आता है, केंट भौंककर सैनिकों को सचेत करती है. डॉग केंट आदमी पर छलांग लगा देती है और सैनिक उसे घेर लेते हैं, वो अपने हैंडलर के पास चली जाती है.
बहादुर डॉग की मौत की खबर सोशल मीडिया पर साझा की गई. कई लोगों ने उसके "सर्वोच्च बलिदान" को दिल से सलाम किया. लेस्ट वी फॉरगेट इंडिया, देश के लिए शहीद हुए नायकों को याद करने के लिए समर्पित एक एक्स हैंडल ने भी केंट के लिए एक पोस्ट साझा किया. जिसमें लिखा, "दुखद खबर आ रही है-। 21 आर्मी डॉग यूनिट के बहादुर कैनाइन योद्धा केंट ने आज 12 सितंबर 2023 को राजौरी, जम्मू-कश्मीर में चल रहे ओपी सुजलीगला में सेवा करते हुए कुर्बानी दी. चार पैरों वाले इस योद्धा को उसकी सेवा और सर्वोच्च बलिदान के लिए याद करें.''
पूर्व सेना उड्डयन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल पीआर कुमार ने भी केंट को श्रद्धांजलि अर्पित की और उसे "बहादुर योद्धा" कहा. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "बहादुर योद्धा केंट आपको मेरा सलाम. हमेशा की तरह, केंट ने कर्तव्य की सीमा से परे सेवा की और सर्वोच्च बलिदान दिया. आप हमेशा 'मनुष्य के सबसे अच्छे दोस्त' बने रहेंगे."
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