भारतीय सेना ने कश्मीर घाटी (कुपवाड़ा, बारामूला और जेएके एलआई रेजिमेंट सेंटर) में प्रादेशिक सेना (Territorial Army) भर्ती अभियान का सफलतापूर्वक आयोजन किया. इस कार्यक्रम में अभूतपूर्व भागीदारी देखी गई, जिसने पूरे क्षेत्र के इच्छुक उम्मीदवारों को अवसर और जुड़ाव प्रदान किया, जो राष्ट्र की सेवा करने का सपना देखते हैं.
युवाओं में दिखा जोश
कोविड-19 महामारी के बाद यह पहला मौका है, जब इतने बड़े पैमाने पर टीए भर्ती रैली आयोजित की गई है. रैली का मुख्य आकर्षण युवाओं में टीए में शामिल होने और आतंक के झूठे प्रचार को खत्म करते हुए क्षेत्र में शांति और विकास का अग्रदूत बनने का उत्साह था.
रैली में मानवता, भाईचारे, सामुदायिक सेवा और उम्मीदवारों के रिश्तेदारों के उत्साह के दृश्य भी देखने को मिले, जिन्होंने उन्हें प्रेरित किया और रैली ग्राउंड में उनके साथ दौड़ लगाई. इस आयोजन के मुख्य पहलू रिकॉर्ड भागीदारी, निष्पक्ष चयन प्रक्रिया, उम्मीदवारों की सुरक्षा और सामुदायिक भागीदारी थे.
राष्ट्र निर्माण के लिए जरूरी
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमें इस उल्लेखनीय उपस्थिति और हमारे उम्मीदवारों द्वारा प्रदर्शित असाधारण प्रतिभा पर बेहद गर्व है. यह भर्ती अभियान राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारे युवाओं के समर्पण और जुनून का प्रमाण है. हम इस आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले सभी लोगों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं." इस भर्ती रैली में शारीरिक परीक्षण उत्तीर्ण करने वालों को मेडिकल, लिखित और योग्यता परीक्षण सहित अन्य परीक्षणों से गुजरना होगा, जिसके बाद अंतिम योग्यता तय की जाएगी. रैली में भारी और जबरदस्त प्रतिक्रिया राष्ट्र निर्माण की दिशा में बदलाव और विचारधारा के संक्रमण की सकारात्मक हवा का संकेत देती है.
सशस्त्र बलों, नागरिक प्रशासन और सहायक एजेंसियों के सामूहिक प्रयासों से यह आयोजन बहुत सफल रहा. इस आयोजन ने योग्य युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए और युवाओं में अपनेपन की भावना पैदा की तथा उन्हें कश्मीर घाटी में शांति, स्थिरता और विकास सुनिश्चित करने के लिए इस महान पेशे में शामिल होने के लिए प्रेरित किया.