गुलाबी नगरी में गूंजेगा सेना का शौर्य: जयपुर में पहली बार होगी 'आर्मी डे' परेड, दिखेंगे अपाचे और प्रचंड का दम

परेड के मुख्य आकर्षण और मारक क्षमता: करीब 40 मिनट की इस परेड में सेना की इलीट 'भैरव बटालियन' पहली बार मार्च करती नजर आएगी. इसके 250 कमांडो सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ऑपरेशनों में सक्षम हैं.

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फाइल फोटो
जयपुर:

इस बार 15 जनवरी को राजस्थान की राजधानी जयपुर एक ऐतिहासिक पल का गवाह बनने जा रही है. पहली बार दिल्ली से बाहर जयपुर के हाईवे पर सेना दिवस (Army Day) समारोह का भव्य आयोजन होगा. इस परेड की सबसे अनूठी बात यह है कि इसे स्कूल-कॉलेज के छात्रों के साथ-साथ आम जनता भी करीब से देख सकेगी. लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी इस परेड में भारतीय सेना के पराक्रम, आधुनिकता और 'आत्मनिर्भर भारत' की अद्भुत झलक देखने को मिलेगी.

पिछले पांच वर्षों से सरकार ने सेना और केंद्रीय पुलिस बलों के स्थापना दिवस दिल्ली से बाहर मनाने का निर्णय लिया है ताकि देश के विभिन्न हिस्सों के लोग अपनी सेना की शक्ति को समझ सकें. इसी क्रम में 2023 में बेंगलुरु, 2024 में लखनऊ और 2025 में पुणे के बाद अब जयपुर को यह अवसर मिला है. उल्लेखनीय है कि 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ बने थे, जिनकी याद में यह दिन मनाया जाता है.

परेड के मुख्य आकर्षण और मारक क्षमता: करीब 40 मिनट की इस परेड में सेना की इलीट 'भैरव बटालियन' पहली बार मार्च करती नजर आएगी. इसके 250 कमांडो सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ऑपरेशनों में सक्षम हैं. आसमान में पहली बार अमेरिका निर्मित अपाचे और स्वदेशी प्रचंड अटैक हेलीकॉप्टर अपनी गर्जना करेंगे. प्रचंड दुनिया का इकलौता ऐसा हेलीकॉप्टर है जो सियाचिन जैसी 16 हजार फीट की ऊंचाइयों पर भी ऑपरेशन करने में माहिर है.

इसके अलावा, परेड में 'ऑपरेशन सिन्दूर' की झांकी विशेष आकर्षण होगी, जिसमें इस्तेमाल की गई तकनीक और हथियारों का प्रदर्शन होगा. इसी ऑपरेशन में आतंकियों के कैंप तबाह करने वाली M-777 तोप भी पहली बार जनता के सामने होगी. आधुनिक युद्ध कला का प्रदर्शन करते हुए रोबोटिक म्यूल, ब्रह्मोस मिसाइल, K-9 वज्र तोप और T-90 टैंक भी परेड का हिस्सा होंगे. भारत के अभेद्य एयर डिफेंस का प्रतिनिधित्व 'आकाश', एल-70 और क्विक रिएक्शन मिसाइल सिस्टम करेंगे.

समारोह की शुरुआत 14 जनवरी को 'वेटरन्स डे' से होगी, जहां सेना प्रमुख पूर्व सैनिकों को सम्मानित करेंगे. 15 जनवरी की मुख्य परेड से पूर्व अलंकरण समारोह में साल भर वीरता दिखाने वाले जांबाज सैनिकों को सम्मानित किया जाएगा. जयपुर के लिए यह गौरवशाली क्षण होगा जब राजस्थान के वीर योद्धाओं की कदमताल और आधुनिक हथियारों का संगम एक साथ हाईवे पर दिखाई देगा.
 

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