देश की रक्षा में अपने जीवन का बलिदान देने वाले वीरों को हम श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं... सेना दिवस पर बोले आर्मी चीफ

सेना दिवस पर नेपाली सेना का बैंड, एनसीसी की लड़कियों की मार्चिंग टीम और महिला अग्निवीर टीम पूरी तरह तैयार हैं. कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षणों में ‘रोबोटिक खच्चर’ भी दिखाई देंगे.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
नई दिल्ली:

सेना की दक्षिणी कमान का घर माने जाने वाले ऐतिहासिक पुणे शहर में आज सेना दिवस का आयोजन किया गया. इस मौके पर आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद रहे. उनके साथ राहुल कुलकर्णी भी मौजूद रहे. परेड के बाद आर्मी चीफ जनरल ने स्पीच भी दी. अपनी स्पीच में उन्होंने चीन से लगी सीमा, एलओसी और सेना में महिलाओं की भागीदारी के बारे में भी बात की. 

उन्होंने कहा, "आज के दिन हम उन वीरों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने देश की रक्षा में अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया. उनके बलिदान और शौर्य की ताथा हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी. मैं उनके परिजनों को आश्वस्त करता हूं कि वह सैन्य परिवार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनका कल्याण हमारी प्राथमिकता है". 

आर्मी चीफ ने कहा, "मैं आज की परेड में हिस्सा लेने वाले सभी रैंक्स को अनुशासन, कड़ी महेनत और अच्छे प्रदर्शन के लिए शाबाशी देता हूं. साथ ही चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ युनिट साइटेशन प्राप्त करने वाली युनिट और व्यक्तिगत अवॉर्ड्स विजेताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देता हूं".

Advertisement

उन्होंने कहा, "भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए हमने एक डिकेड ऑफ ट्रांसफॉर्मेशन यानि परिवर्तन के दशक के रोड मैप की व्यापक रूपरेखा तैयार की है. इस परिवर्तन का उद्देश्य हमारी ऑपरेशनल प्रिपेयर्डनेस को मजबूत करना और हमारी फंक्शनल तथा एडमिनिस्ट्रेटिव दक्षता को बढ़ाना है". 

Advertisement

पहले दिल्ली में होती थी सेना दिवस परेड

परंपरागत रूप से, वार्षिक सेना दिवस परेड दिल्ली में आयोजित की जाती रही है. लंबे समय से चली आ रही इस प्रथा में जनवरी 2023 में बदलाव देखा गया, जब परेड बेंगलुरु में आयोजित की गई, जो दक्षिणी कमान के अंतर्गत आता है. सेना दिवस परेड 2024 की मेजबानी लखनऊ में की गई, जो मध्य कमान के अंतर्गत आता है. इस बार के सेना दिवस समारोह की थीम ‘समर्थ भारत, सक्षम सेना' है. आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, दक्षिणी कमान के अंतर्गत 11 राज्य और चार केंद्र शासित प्रदेश आते हैं, जो देश के लगभग 41 प्रतिशत भूभाग के बराबर है. (इनपुट भाषा से भी)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Harsha Richhariya Exclusive: Glamour छोड़कर शिष्या क्यों बन गई सबसे खूबसूरत 'साध्वी'? | Maha Kumbh