भारतीय सेना ने मानवाधिकारों मुद्दों से निपटने के लिए एक मेजर जनरल की अगुवाई में नया प्रकोष्ठ बनाया है. 13 लाख जवानों वाले बल के कामकाज में अधिक पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.मेजर जनरल गौतम चौहान ने बृहस्पतिवार को दिल्ली में सेना मुख्यालय में अतिरिक्त महानिदेशक (मानवाधिकार) के रूप में पदभार ग्रहण किया है. अतिरिक्त महानिदेशक (मानवाधिकार) उप सेना प्रमुख के अधीन कार्य करेंगे.
सेना ने आतंकवाद विरोधी अभियानों के संचालन में पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए मानवाधिकार प्रकोष्ठ बनाने का निर्णय लिया है. पूर्वोत्तर क्षेत्र और जम्मू-कश्मीर के कुछ क्षेत्रों में इस तरह के अभियान के दौरान सशस्त्र बलों पर मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोप लगे हैं. सेना एक व्यापक सुधार प्रक्रिया को लागू करने की प्रक्रिया में है.