प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षा क्षेत्र में 70,500 करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्तावों को मंजूरी देने को शुक्रवार को ‘‘आत्मनिर्भरता को बढ़ावा'' देने की दिशा में उठाया गया एक कदम बताते हुए कहा कि यह भारतीय प्रतिभा में विश्वास की पुन: पुष्टि करता है. गौरतलब है कि भारत ने स्वदेश में विकसित 70,584 करोड़ रुपये के सैन्य साजो-सामान की खरीद को बृहस्पतिवार को मंजूरी दी थी, जिससे घरेलू रक्षा विनिर्माण को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दी थी.
डीएसी ने सैन्य साजो-सामान की खरीद के लिए 70,584 करोड़ रुपये की ‘एक्सेप्टेंस ऑफ नेसेसिटी' (एओएन) को स्वीकृति दी थी, जिसके तहत सभी खरीद ‘स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित' श्रेणी के तहत की जाएगी.
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राजनाथ के कार्यालय ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया था, ‘‘इतने बड़े पैमाने पर स्वदेशी खरीद न केवल भारतीय उद्योगों को ‘आत्मनिर्भर भारत' के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रेरित करेगी, बल्कि विदेशी विक्रेताओं पर भारत की निर्भरता को भी काफी हद तक कम करेगी.''
राजनाथ के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, ‘‘रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा भारतीय प्रतिभा में हमारे विश्वास की पुष्टि है.''
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प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लोगों से मतुआ महा मेला में शिरकत करने की अपील की.
पश्चिम बंगाल के ठाकुरबाड़ी के श्रीधाम ठाकुरनगर में 19 से 25 मार्च तक मतुआ महा मेला का आयोजन किया जाएगा.
पीएम मोदी ने कहा, “मतुआ महा मेला 2023 एक महत्वपूर्ण आयोजन है, जो मतुआ समुदाय की जीवंत संस्कृति को प्रदर्शित करता है। मैं लोगों से बड़ी संख्या में मेले में आने का आग्रह करता हूंय”
प्रधानमंत्री ने कहा, “मानव जाति दया और सेवा का मार्ग दिखाने के लिए श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी की हमेशा ऋणी रहेगी.”