पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड (Wrestler Sagar Dhankar Killing) में पुलिस के शिकंजे में आए पहलवान सुशील कुमार (Wrestler Sushil Kumar) की गिरफ्तारी के बाद अब ऐसे लोग सामने आ रहे हैं, जो उसके आतंक के किसी न किसी तरह शिकार थे. मॉडल टाउन के एक दुकानदार का आरोप है कि सुशील कुमार ने उन्हें जमकर पीटा था,लेकिन शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी.मॉडल टाउन में राशन की दुकान और आटा चक्की चलाने वाले सतीश गोयल के मुताबिक, पिछले 18-19 साल से उनकी दुकान से छत्रसाल स्टेडियम (Chhatrasal Stadium) में पहलवानों के लिए राशन जाता था. ये राशन करीब 300 पहलवानों के लिए जाता था.
साल 2020 में कोरोना काल से पहले भी इन्होंने करीब 4 लाख का राशन छत्रसाल स्टेडियम में दिया था लेकिन उसके पैसे इन्हें नही मिले. गोयल के मुताबिक, नए कोच अशोक कुमार आए जबकि पुराने कोच वीरेंद्र का ट्रांसफर हो गया था. अशोक कुमार ने कहा कि जब पहलवान आएंगे तो पैसे उनसे लेकर दे देंगे. सतीश गोयल के मुताबिक, लॉकडाउन के दौरान भी 60- 70 बच्चे वहां पर रहते थे. एक दिन सतीश गोयल के पास कोच अशोक कुमार का फोन आया और उन्होंने कहा कि पिछली पर्चियां भी मुझे दे दो।सतीश ने राशन की सभी पर्ची कोच अशोक को दे दी.
सतीश गोयल को दिन तो ठीक से याद नही है लेकिन उन्होंने बताया कि साल 2020 में जून या जुलाई का महीना था. उनके पास स्टेडियम से फ़ोन आया कि आपको सुशील पहलवान से मिलवा देते है पैसे आपको मिल जाएंगे. सतीश का आरोप है कि वो स्टेडियम में पहुंचे,वहां सुशील और करीब 40-50 पहलवान मौजूद थे, जैसे ही सतीश गोयल ने पैसों की बात की तो सुशील कुमार भड़क गया और इन पर चिल्लाने लगा.
सतीश का कहना था कि सुशील ने इनसे कहा कि राशन जिसने लिया था वो ही पैसे देगा. सतीश ने जब कहा कि जिन्होंने राशन लिया था उनका तो ट्रांसफर हो गया है. आप हेड हैं, आप पैसे दो. इसी बात पर सुशील ने इनको पीटना शुरू कर दिया. सबसे पहले सुशील कुमार ने मारा और उसके बाद करीब 40-50 पहलवानों ने इनके साथ बुरी तरह मारपीट की.जैसे तैसे वो अपनी जान बचा कर वहां से निकले.
खुद सतीश को ही विश्वास नहीं हो पा रहा था कि उनके साथ कुछ ऐसा भी हो सकता है. 18-19 साल से जो पहलवान इनका आटा खा कर पहलवानी कर रहे है वो ऐसा भी कर सकते हैं. कुछ दिन तो ये सदमे में रहे, फिर उसके बाद बीते साल सितंबर के महीने में इन्होंने इस मामले की शिकायत मॉडल टाउन पुलिस स्टेशन में दी, लेकिन इनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कि गई.