रांची में एक और आधुनिक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी: हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी में राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान की तरह एक और स्वास्थ्य संस्थान बनाने की घोषणा की

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (फाइल फोटो).
रांची:

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को कहा कि राज्य के शीर्ष स्वास्थ्य संस्थान, राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान, रांची (रिम्स) की तर्ज पर रांची में एक और नया मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा. मुख्यमंत्री सोरेन नामकुम में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित 206 एंबुलेंस को सेवा में शामिल करने एवं 38 नवनियुक्त दन्त चिकित्सकों को नियुक्तिपत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे.

सोरेन ने कहा, ‘‘रिम्स की तर्ज पर रांची में एक और नया मेडिकल कॉलेज स्थापित किया जाएगा, जहां विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा.''

इन 206 एम्बुलेंस में से 51 उन्नत जीवन रक्षक प्रणालियों से सुसज्जित हैं जबकि 131 बुनियादी जीवन रक्षक प्रणालियों से लैस हैं.

मुख्यमंत्री ने पांच मेडिकल सचल इकाइयों को भी हरी झंडी दिखाई और ममता वाहन ऐप, गंभीर बीमारी योजना और आयुष्मान ऐप की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि एक और मेडिकल कॉलेज और अन्य सुविधाओं के पीछे लक्ष्य अमीर और गरीब दोनों के लिए समान रूप से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है.

उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ही पंचायत स्तर पर दवा दुकानें खोलने का निर्णय ले लिया है और न केवल पंचायतों में बल्कि हर गांव में दवा दुकानों की सुविधा शुरू करने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे युवाओं के लिए स्वरोजगार पैदा होंगे.

उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है जहां राज्य सरकार आम नागरिकों के लिए सस्ते दर पर वायु एम्बुलेंस उपलब्ध करा रही है. उन्होंने कहा कि यह सुविधा सिर्फ संभ्रांत लोगों को ही नहीं बल्कि गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को भी जरूरत पड़ने पर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जाएगा.

Advertisement
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
NDTV NRI Nikesh Arora Success Story: 1700 रु लेकर गए थे US, अब कमाई करोड़ों में | Palo Alto Networks
Topics mentioned in this article