शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत के खिलाफ 24 घंटे में दूसरी FIR दर्ज

इससे पहले, संजय राउत के खिलाफ महाराष्ट्र के ठाणे में 22 फरवरी को एफआईआर दर्ज की गई थी.

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मुंबई:

शिवसेना सांसद संजय राउत (उद्धव ठाकरे गुट )के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की गई है. राउत के खिलाफ  24 घंटे के भीतर यह दूसरी FIR दर्ज़ हुई है. यह एफआईआर बीड़ शहर पुलिस थाने में दर्ज की गई है. शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट के कार्यकर्ता सचिन मुलुक की शिकायत पर यह  FIR दर्ज की गई है. गौरतलब है कि राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे पर उन्हें जान से मारने की सुपारी देने का आरोप लगाया है. राउत के खिलाफ दर्ज FIR में झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने और समाज में द्वेष फैलाने का आरोप लगाया गया है

इससे पहले, राउत के खिलाफ महाराष्ट्र के ठाणे में 22 फरवरी को एफआईआर दर्ज की गई थी. ये एफआईआर ठाणे की पूर्व महापौर मीनाक्षी शिंदे की शिकायत पर दर्ज की गई थी. कपूरबावाड़ी पुलिस थाने ने राउत के खिलाफ आईपीसी की धारा 211,153A 500,501,504,505(2) के तहत मामला दर्ज किया था. अपने खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने गुरुवार को कहा था कि महाराष्ट्र सरकार गुंडों और खोके की सरकार है. एक गुंडा खुलेआम मुख्यमंत्री के घर जाता है. सामना के कर्मचारियों को भी धमकाया गया है. एकनाथ शिंदे से यह अपेक्षा नहीं थी. जावेद अख्तर का अभिनंदन करना चाहिए, उन्होंने पाकिस्तान में जाकर पाकिस्तान की धुलाई की है. जावेद अख्तर का सीना 56 इंच का है. 

राउत ने कहा, "सरकार गुंडों की सरकार है. गवाह को धमका रहे हैं. जांच को बगल में रख दिया है. मेरे दफ्तर सामना में जाकर विटनेस को धमकी दी गई है. एक गुंडा एक हिस्ट्रीशीटर खुलेआम बोलता है. मुख्यमंत्री के बगल में खड़े होकर धमकी देता है. उनके सांसद पुत्र के बंगले पर भी जाता है. पुलिस उसको प्रोटेक्ट कर रही है. यह कौन सी कानून व्यवस्था है? मैंने शिकायत की थी उसमें इतना आगबबूला होने की क्या जरूरत है? जांच कीजिए. मेरा बयान लीजिए. लेकिन जब मैं नही हूं तो सामना में जाकर कुछ लोगों को पुलिस की तरफ से धमकाया गया कि इस तरह के बयान दीजिए, नहीं तो आपको गिरफ्तार करेंगे, इस तरह डराया गया."

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