- भारत में होम मैनेजर की सेवा एक नया ट्रेंड बनकर उभरी है, जिसकी सैलरी करीब एक लाख रुपये है.
- होम मैनेजर घर के सभी कामों जैसे सफाई, खाना, मरम्मत और खरीददारी का समन्वय करता है.
- अमन गोयल ने एक अनुभवी होम मैनेजर रखा है जो घर की सारी जिम्मेदारियां संभालता है और उनके लिए उपयोगी साबित हुआ.
रोज-रोज की किचकिच, एक तरफ आपको ऑफिस जाना है तो दूसरी तरफ सुबह सफाई वाली मेड क्यों नहीं आई इसका टेंशन, एक तरफ बच्चों का स्कूल और दूसरी तरफ अभी तक कुक क्यों नहीं आई, इसकी परेशानी. चलिए सुबह किसी तरह से काम हो गया तो शाम को लौटे तो चाय के लिए दूध खत्म फिर सब्जी लाने जाने का काम. इतने कामों के बाद ऑफिस का काम भी खत्म करना है. उफ्फ इतनी झंझट. चलिए आपके लिए हम ये सारे काम भी आसान कर देते हैं और इन कामों को आसान करने के लिए है एक होम मैनेजर. यह एक नया ट्रेंड है जो भारत में भी आ गया है. इस बारे में उस समय पता लगा जब चंडीगढ़ बेस्ड एक टेकी ने एक्स पर पोस्ट किया. इस होम मैनेजर की सैलरी है पूरे एक लाख रुपये.
कहां से शुरू हुई बहस
यह होम मैनेजर आपके घर में होने वाले पूजा-पाठ की जिम्मेदारी भी लेगा. होम मैनेजर पर यह बहस तब शुरू हुई जब 14 नवंबर को एक्स पर ' ओनरशिप Vsरेंटिंग' की सोच का जिक्र हुआ. न्यूयॉर्क टाइम्स में कॉन्ट्रीब्यूटर साहिल ब्लूम ने इससे जुड़ी एक पोस्ट लिखी. उन्होंने लिखा, 'मैं एक ऐसे होम मैनेजर को 24 घंटे सातों दिन के लिए खुशी-खुशी 500 डॉलर से ज्यादा की सैलरी हर महीने देने को तैयार हूँ जो मेरे घर के सिंगल प्वाइंट ऑफ कॉन्टैक्ट हो.' ब्लूम की इमैजिनेशन में एक ऐसा शख्स था जो रोजाना होने वालों कामों की एक लिस्ट बना सके, उनका शेड्यूल रेडी करे और सारें कामों का को-आर्डिनेट कर सके. साथ ही सारी सर्विसेज की लागत को एक ही बिल में एडजस्ट कर सके.
अमन ने दिया जवाब
ब्लूम ने आगे कहा, 'यह शायद एक लोकल/रिजनल जॉब है लेकिन फिर भी एक बड़ा अवसर है.' ब्लूम को जवाब देते हुए पेशे से आईआईटीयन और ग्रेलैब्स के फाउंडर-सीईओ अमन गोयल ने बताया कि उनके पास पहले से ही एक फुलटाइम होम मैनेजर है. अमन ने लिखा, 'मैंने हकीकत में एक होम मैनेजर रखा है जो हर चीज का ध्यान रखता है, खाने की प्लानिंग से लेकर, अलमारी को ठीक से रखना, रिपयेर वर्क, मेनटनेंस, ग्रॉसरी की शॉपिंग से लेकर कपड़े तक धोना, सबकुछ वही मैनेज करता है.
कैसे किया था सेलेक्शन
गोयल और उनकी पत्नी, ग्रेलैब्स की को-फाउंडर हर्षिता श्रीवास्तव ने घर की सारी जिम्मेदारियां दूसरों को सौंप दी हैं ताकि दोनों पूरी तरह से अपनी कंपनी के एक्सपैंशन पर ध्यान दे सकें. उन्होंने बताया, 'यह फैसला वाकई बहुत अच्छा रहा और इससे हमारी काफी परेशानियां दूर हुई. साथ ही साथ समय की भी बचत हुई है. गोयल के मुताबिक उनका होम मैनेजर हाईली क्वालिफाइड है और पहले एक होटल चेन में ऑपरेशन हेड के तौर पर काम कर चुके हैं.
महंगा है लेकिन चलेगा
उन्होंने बताया, 'हम उन्हें हर महीने 1 लाख रुपये का भुगतान करते हैं. महंगा है? हां है. लेकिन हमें अपने समय की कद्र है और पेमेंट करते हैं.' गोयल के अनुसार उनके पैरेंट्स भी उनके साथ रहते हैं और यह अरेंजमेंट काफी मददगार है. उनका कहना था, 'मैं उन पर बोझ नहीं डालना चाहता। घर का प्रबंधन—खाना बनाना, सफाई करना, किराने का सामान, मरम्मत, एक काम है. इसलिए हमने इसे दूसरों को सौंप दिया.'
सोशल मीडिया पर नई बहस
जैसा कि हर बार होता है इस पोस्ट के आते ही यूजर्स अपनी-अपनी तरह से प्रतिक्रिया देने लगे. एक यूजर ने कमेंट किया, 'इस तरह से आप फाउंडर्स का पैसा बर्बाद करते हैं. पीटर थिएल के अनुसार, फाउंडिंग पाटर्नर्स को कम सैलरी लेनी चाहिए.' इसके बाद गोयल ने साफ किया कि होम मैनेजर को वह कंपनी के पैसे से नहीं बल्कि सैलरी से पेमेंट करते हैं. एक और यूजर ने इसे इस ख्याल को ही 'अजीब' बताया. गोयल ने काफी सहजता से जवाब दिया, 'यह सुविधाजनक तो है.'
उन्होंने यह भी बताया कि कई लोग घरेलू जिम्मेदारियों को कम करने के लिए पहले से ही डोमेस्टिक हेल्प और कुक रखते हैं. उनका मानना है कि होम मैनेजर इसी सोच का एक एक्सेंटेंड वर्जन है. उनकी मानें तो यह उन तमाम लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है जो अपना पूरा समय अपने करियर को संवारने में लगाना चाहते हैं.














