जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने बृहस्पतिवार को कहा कि जी-20 अध्यक्ष के रूप में भारत आर्थिक विकास के मुद्दों पर केंद्रित रहेगा और वैश्विक स्तर पर जारी राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच रूस तथा चीन सहित सभी सदस्य देशों को साथ लाने का प्रयास करेगा. कांत ने ‘टाइम्स नेटवर्क इंडिया आर्थिक सम्मेलन' को संबोधित करते हुए कहा कि सितंबर में यहां जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान आर्थिक विकास के उद्देश्यों पर ध्यान देने और राजनीति को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) पर छोड़ने की जरूरत है.
जी-20 शिखर सम्मेलन में सहमति बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘हम राजनीति की दुनिया में रह रहे हैं, लेकिन हमें अपने उद्देश्यों के बारे में स्पष्ट होना चाहिए... हम आर्थिक विकास और आर्थिक वृद्धि पर केंद्रित हैं और यह भारत की प्राथमिकता है.''भारत ने जी-20 की अध्यक्षता एक दिसंबर, 2022 को एक साल के लिये संभाली. जी-20 शिखर सम्मेलन नयी दिल्ली में 9-10 सितंबर को होगा.
कांत ने कहा, ‘‘इसीलिए, हम सभी को साथ लाएंगे... हम बहुत आशान्वित हैं. हमारा उद्देश्य वास्तव में रूस और चीन सहित सभी 20 देशों को एक साथ लाना और कोई रास्ता निकालना है.''उन्होंने यह भी कहा कि जी-20 के लिये पहली बार भारत एजेंडा तय कर रहा है और पूरी दुनिया उसकी सकारात्मक तथा रचनात्मक पहल का जवाब दे रही है. कांत ने आगे कहा कि जी-20 अध्यक्ष के रूप में भारत का काम आर्थिक और विकासात्मक सहित कई मुद्दों पर आम सहमति बनाना है, जो दुनिया के उभरते बाजारों को प्रभावित कर रहे हैं.
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