केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Poll) को लेकर रणनीति बैठक के लिए शुक्रवार से दो दिन के यूपी दौरे पर जाएंगे. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पार्टी के भीतर और सहयोगी दलों की ओर से कुछ विरोध का सामना करना पड़ा था. लेकिन अमित शाह पहले ही अगले साल के चुनाव में पार्टी के चेहरे के रूप में योगी आदित्यनाथ का मजबूती से समर्थन कर चुके हैं.
अमित शाह ने पार्टी सदस्यता अभियान के दौरान हाल ही में एक बैठक में कहा था, 'अगर आप 2024 में मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं, तो 2022 में योगी आदित्यनाथ को फिर से मुख्यमंत्री बनाएं. हम यूपी को नंबर एक राज्य बनाएंगे. यूपी के बिना केंद्र में सरकार नहीं बन सकती. 2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनने का श्रेय पूरी तरह से उत्तर प्रदेश के लोगों को जाता है.'
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शाह ने साथ ही यह भी भरोसा जताया कि यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा 300 सीटों का आंकड़ा पार कर जाएगी और योगी आदित्यनाथ सत्ता में वापस आएंगे. बता दें, साल 2017 में 403 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने 312 सीटों पर भारी जीत हासिल करके 39.67 फीसद वोट शेयर हासिल किया था.
सूत्रों ने बताया कि योगी आदित्यनाथ के अलावा राज्य चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और सुनील बंसल और स्वतंत्र देव सिंह भी शुक्रवार को वाराणसी में चार घंटे के सत्र में शामिल होंगे. बैठक में काशी क्षेत्र के राज्य सरकार के सभी मंत्री मौजूद रहेंगे.
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पार्टी नेताओं के साथ यह बैठक वाराणसी के ट्रेड सेंटर और म्यूजियम दीनदयाल हस्तकल संकुल में होगी. अमित शाह पूर्वी उत्तर प्रदेश के दौरे पर भी जाएंगे. वाराणसी और मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र गोरखपुर के अलावा वे आजमगढ़ और भाजपा के गढ़ बस्ती भी जाएंगे.
अमित शाह अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में भी शामिल होंगे, बस्ती में खेल महाकुंभ का उद्घाटन करेंगे और शहर के शिव हर्ष कॉलेज में एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
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