- गृह मंत्री अमित शाह ने पी. चिदंबरम के बयान को लेकर कांग्रेस को घेरा
- चिदंबरम ने पूछा था, क्या सबूत हैं कि पहलगाम हमले के आतंकी पाकिस्तानी थे
- शाह ने कहा, हमारे पास आतंकियों के पाकिस्तानी होने के पक्के सबूत
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के दूसरे दिन कांग्रेस पर पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम के बयान के आधार पर घेरा. गृह मंत्री ने कहा कि देश का पूर्व गृह मंत्री पूछ रहा है कि क्या सबूत है कि पहलगाम हमला करने वाले आतंकी पाकिस्तानी थे. ये किसको बचाने का प्रयास कर रहे हैं. ये किसके लिए बोल रहे हैं. हम कहना चाहते हैं कि तीनों आतंकी पाकिस्तानी थे. इस बात के हमारे पास पक्के सबूत हैं. ये लोग पाकिस्तान को क्लीनचिट दे रहे हैं.
शाह ने कहा, कल इस देश के पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सवाल उठाया कि क्या सबूत है कि यह आतंकी पाकिस्तान से आए थे. आखिर चिदंबरम साहब क्या कहना चाहते हैं. मैं चिदंबरम साहब को कहना चाहता हूं कि हमारे पास प्रूफ है. तीन में से दो के वोटर नंबर भी हमारे पास उपलब्ध हैं. ये राइफलें और चॉकलेट भी पाकिस्तानी उनके पास मिली थी. पूरी दुनिया के सामने इस देश का पूर्व गृह मंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहा है. वे पाकिस्तानी नहीं थे, बोलकर चिदंबरम इस पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं कि कि हमने पाकिस्तान पर हमला क्यों किया. चिदंबरम को सवाल मांगना था, तो मुझसे मांगते हैं. पाकिस्तान को बचाने की साजिश रची.
शाह ने कहा, -कुल मिलाकर 1055 लोगों की 3 हजार घंटे से ज्यादा की पूछताछ सूचना के लिए की गई औऱ वीडियो रेकॉर्ड किया गया. इसके आधार पर स्केच बनाया गया. ढूंढते ढूढते बशीर और परवेज की पहचान की गई. उन्होंने आतंकी हमले के पहले दिन आतंकियों को शरण दी थी. वे अभी गिरफ्तार हैं. दोनों ने खुलासा किया कि 21 अप्रैल की रात को आठ बजे तीन आतंकी बैसरन से करीब 2 किमी दूर परवेज ढोक में आए थे. आतंकियों के पास एक 47 और एम 9 कार्बाइन थी. दोनों काली पोशाक पहनी थी और एक ने छद्म वेश में था.
उन्होंने होटल में खाना खाया. चाय पी और होटल से निकलते वह वह कुछ नमक, मिर्च और मसाले लेकर निकल गए. उस वक्त जिन खोखों को रिकवर किया था, उसे चंडीगढ़ एफएसएल में टेस्टिंग में भेजा गया. उसी राइफल से एपको आतंकी हुआ था. वह भी तय हुआ. इसके बाद स्केच बनाया गया. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने उन्होंने तीनों आतंकियों की मृत देह को पहचान लिया है. उनका साथ देने वाले साथियों ने भी पहचान लिया है. एफएलएल की पुष्टि भी सुबह हो गई.
-इस हमले में तीन पाकिस्तानी आतंकी थे. हमले में दो एके 47 और एक एम-9 कार्बाइन का इस्तेमाल किया गया था.
-सुलेमान के कारण एपको को मामला भी आज रिजॉल्व हो रहा है.