गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) की मुलाकात की खबरों पर शिवसेना ने पहले तो तीखी प्रतिक्रिया दी, लेकिन सोमवार दोपहर वह निश्चिंत हो गई है कि ये सिर्फ राजनीतिक कयासबाजी ही है. शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) ने ट्वीट किया, मैं कह सकता हूं कि ऐसी कोई मुलाकात नहीं हुई है. हालांकि पार्टी की प्रतिक्रिया अलग था, जब खबरें आई थीं कि दोनों नेताओं के बीच दो दिन पहले ये मुलाकात हुई थी. NCP प्रवक्ता नवाब मलिक ने इस मुलाकात का खंडन किया है.
तब राउत ने कहा था, अगर अमित शाह और शरद पवार मिलते हैं तो चिंता की क्या बात है, क्या एक वरिष्ठ सांसद गृह मंत्री से मुलाकात नहीं कर सकता? अगर रुख में यह बदलाव आसान नहीं था. अगर पवार ने गुजरात के उद्योगपति अहमदाबाद स्थित फार्म हाउस में गृह मंत्री से मुलाकात सच में हुई थी तो यह महाराष्ट्र के तीन पार्टियों के गठबंधन में स्पष्ट तौर पर दिख रहा तनाव माना जा सकता है. दरअसल, पूरा मसला इस बात पर अटका है कि क्या गृह मंत्री अनिल देशमुख (Home Minister Anil Deshmukh) ने विवादास्पद पुलिस अफसर को हर माह 100 करोड़ रुपये वसूली का टारगेट दिया था या नहीं.
यह पूरा प्रकरण रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के घर के बाहर विस्फोटक से भरी लावारिस कार मिली थी. उस मामले की जांच भी पुलिस अफसर सचिन वाजे (Sachin Vaze) को दी गई थी, जो बाद में खुद इस मामले में संलिप्त पाए गए. वहीं लावारिस कार के मालिक मनसुख हिरेन की मौत से यह मामला बेहद गंभीर हो गया. वहीं मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह को हटाने के बाद उन्होंने गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये की वसूली का सनसनीखेज आरोप लगाया.