केंद्र की कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आदोंलन के बीच केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के घर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेताओं की आज बैठक होने जा रही है. बैठक में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह भी मौजूद रहेंगे. किसान आंदोलन को लेकर पश्चिमी यूपी में जाटों के बीच कैसे नाराजगी दूर करनी है इसको लेकर रणनीति पर चर्चा होगी.
मंगलवार रात बीजेपी मुख्यालय पर गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में बैठक हुई थी, जिसमें यूपी, राजस्थान और हरियाणा के जाट नेताओं ने हिस्सा लिया था. मंगलवार की बैठक में सांसदों और विधायकों को कहा गया कि वे किसानों के बीच जाएं और कृषि कानूनों को लेकर चल रहे दुष्प्रचार का मुकाबला करें.
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सभी खाप, पंचायतों आदि से संपर्क करने को कहा गया है. बैठक में कहा गया है कि कृषि कानून का विरोध मुद्दा नहीं है बल्कि यह विचारधारा की लड़ाई चलाई जा रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट वोटों को लेकर बीजेपी को खास चिंता है क्योंकि पिछले तीन चुनावों से जाट बीजेपी का भरपूर समर्थन कर रहे हैं. करीब 40 विधानसभा सीटों पर जाट वोट बेहद महत्वपूर्ण हैं. यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं और बीजेपी जाटों को नाराज करने का जोखिम मोल नहीं लेना चाहती.
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हरियाणा में बीजेपी जाटों में मजबूत पैठ वाली जनतांत्रिक जनता पार्टी के साथ सरकार में है. जेजीपी नेताओं पर जाट बिरादरी का जबर्दस्त दबाव है कि वे सरकार से बाहर आएं. बीजेपी इसका मुकाबला करने के लिए जमीनी संपर्क बढ़ाने की रणनीति पर काम करेगी. राकेश टिकैत के आंसुओं से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट गुस्से में हैं. टिकैत लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा में महापंचायत कर कृषि कानूनों के खिलाफ माहौल बना रहे हैं.
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