- कूच बिहार जिले में बीएसएफ का एक जवान मवेशी तस्करों का पीछा करते हुए गलती से बांग्लादेश में चला गया था
- जवान वेद प्रकाश तड़के कूच बिहार के मेकलीगंज के अंगारपोटा में तस्करों के जाल में फंसा था
- बीएसएफ ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश से संपर्क कर जवान की सुरक्षित रिहाई के लिए बातचीत की थी
भारत बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेशी तस्करों ने एक बीएसएफ जवान को अगवा कर लिया था, लेकिन अब वह जवान बांग्लादेश से सुरक्षित लौट आया है. यह घटना 21 दिसंबर की तड़के की है. बांग्लादेश सीमा पर कूच बिहार जिले में यह जवान मवेशी तस्करों का पीछा करते हुए बांग्लादेश में चला गया. यह घटना कूच बिहार के मेकलीगंज के अंगारपोटा में हुई. यह इलाका तीन बीघा कॉरिडोर कहलाती है, जो काफी संकरा इलाका है. बताया जाता है कि यह जगह कूच बिहार शहर से करीब 100 किलोमीटर दूरी पर है.
कैसे तस्करों के जाल में फंसा BSF कांस्टेबल?
तस्करों का पीछा करते हुए बीएसएफ कांस्टेबल घने कोहरे और धुंध की वजह से अपने साथियों से बिछड़ गया. पीछा करते-करते वह बांग्लादेशी तस्करों के जाल में फंस गया. घटना की जानकारी मिलते ही सीमा पर बार्डर सिक्योरिटी फोर्स ने सीमा पर अपने समकक्ष बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश से संपर्क साधा. बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड के बीच बातचीत के बाद जवान की सुरक्षित रिहाई संभव हो पाई. बॉर्डर गार्ड को बताया गया कि बीएसएफ का एक जवान तस्करों का पीछा करते हुए बांग्लादेश की ओर चला गया. बाद में इस जवान को तस्करों ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के हवाले कर दिया. इसके बाद बॉर्डर गार्ड ने अगवा हुए जवान को बीएसएफ को सुरक्षित सौंप दिया.
सिर्फ 4 घंटे में लौटा BSF जवान
बीएसएफ सूत्रों नेबताया कि अगवा हुए जवान का नाम वेद प्रकाश है, जो कूच बिहार के बीएसएफ के 174 बटालियन के अर्जुन कैंप में तैनात हैं. करीब चार पांच घंटे में जवान के सुरक्षित लौट जाने पर बीएसएफ ने राहत की सांस ली है. बांग्लादेश में बिगड़ते हालात की वजह से भारत और बांग्लादेश की सीमा पर टेंशन का माहौल है. पूरे बांग्लादेश में अराजकता का माहौल है. बांग्लादेश अपने यहां हुई हिंसा के लिये भारत पर झूठा आरोप लगा रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच सबंध और खराब हो चले हैं.
वैसे ऐसा भी नहीं है कि ऐसी घटना पहली बार सरहद पर हुई है. कई बार बांग्लादेश के और कई बार भारत के भी जवान सीमा पार गलती से चले जाते हैं. ऐसे में बातचीत कर मामले को सुलझा लिया जाता है. हालांकि, इस घटना के बाद बार्डर सिक्युरिटी फोर्स ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं, ताकि फिर ऐसी गलती किसी हालत में न हो.














