बाबा साहेब अंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद विपक्ष की आलोचना का सामना कर रही बीजेपी ने गुरुवार को विपक्ष पर पलटवार करने के लिए जॉर्ज सोरोस पर अपना हमला तेज कर दिया है. बीजेपी ने संसद में अंबेडकर की तस्वीरों के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्षी नेताओं की तस्वीर में अमेरिकी अरबपति की तस्वीर को एडिट कर दिया.
बीजेपी ने कांग्रेस के प्रदर्शन की तस्वीर को किया एडिट
इस तस्वीर को शेयर करते हुए बीजेपी ने लिखा, "हैलो कांग्रेस और इंडी गठबंधन. हमने आपके लिए तस्वीर को सही कर दिया है. वेलकम". बता दें कि बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस सोरोस के साथ मिलकर देश को अस्थिर करने का काम कर रहे हैं. कांग्रेस ने जवाब दिया कि सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा बाबासाहेब अंबेडकर की तस्वीर के साथ "छेड़छाड़" करने का कदम यह दर्शाता है कि उनके मन में संविधान के निर्माता के लिए "बुनियादी सम्मान" नहीं है.
प्रियंका गांधी ने लगाया आरोप
प्रियंका गांधी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "गृहमंत्री ने बाबा साहेब का अपमान किया और उसके बाद उन्होंने आज सुबह बाबा साहेब की तस्वीर के साथ छेड़छाड़ भी की. इस तरह की मानसिकता है जो बाबा साहेब की प्रतिमा को तोड़ती है. इन पर कौन भरोसा करेगा?" कांग्रेस सांसद ने कहा, "उन्होंने कहा कि वो आरक्षण को खत्म नहीं करना चाहते और संविधान को बदलना नहीं चाहते. उनके मन में बुनियादी सम्मान नहीं है, वे संविधान निर्माता हैं. आप उनके बारे में ऐसा कह रहे हैं."
विपक्षी दलों ने अंबेडकर के अपमान का लगाया आरोप
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि अमित शाह ने अंबेडकर का अपमान किया है और उनसे इस्तीफा देने तथा माफ़ी मांगने की मांग की है. तृणमूल कांग्रेस ने गृह मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया है. भाजपा ने कांग्रेस पर मुद्दा बनाने के लिए गृह मंत्री के भाषण का एक छोटा वीडियो क्लिप प्रसारित करने का आरोप लगाया है.
पीएम मोदी ने भी दिया जवाब और कांग्रेस पर साधा निशाना
सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से आरोप का नेतृत्व करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि लोगों ने देखा है कि किस तरह कांग्रेस ने बी.आर. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों को अपमानित करने के लिए "हर संभव चाल" चली है. छह प्वॉइंट के अपने थ्रेड में पीएम मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस सोचती है कि उनका झूठ संविधान के निर्माता के अपमान को छिपा सकता है, तो उनके सड़े हुए इकोसिस्टम की यह गलतफहमी है. उन्होंने कहा, "भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए हर संभव चाल चली है."