Amaravati's Quantum Leap: राज्य को ग्लोबल टेक्नोलॉजी हब बनाने की योजना में एक बड़ा कदम उठाते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को दुनिया का सबसे बड़ा क्वांटम स्किलिंग प्रोग्राम लॉन्च किया, जिसने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है. प्रतिभा को प्रोत्साहित करने के लिए सीएम नायडू ने ऐलान किया कि आंध्र प्रदेश का जो भी व्यक्ति क्वांटम साइंस में नोबेल पुरस्कार जीतेगा, उसे राज्य सरकार ₹100 करोड़ का पुरस्कार देगी. उन्होंने कहा कि यह केवल एक इनाम नहीं, बल्कि राज्य की प्रतिभा और ज्ञान में एक बड़ा निवेश है.
IT से 'क्वांटम' तक का सफर
25 साल पहले हैदराबाद में 'हाइटेक सिटी' (HITEC City) की नींव रखने वाले नायडू अब राज्य को अगली बड़ी तकनीकी क्रांति के लिए तैयार कर रहे हैं. 50,000 से अधिक छात्रों और पेशेवरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "मैंने तब IT के लिए विजन दिया था, आज मैं क्वांटम के लिए विजन दे रहा हूं. जिस तरह सिलिकॉन वैली ने IT क्रांति का नेतृत्व किया, अब अमरावती अगली लहर का नेतृत्व क्वांटम वैली के रूप में करेगा."
आंध्र प्रदेश के क्वांटम मिशन की बड़ी बातें
राज्य में क्वांटम स्किलिंग प्रोग्राम वाशिंगटन इंस्टीट्यूट फॉर STEM, एंटरप्रेन्योरशिप एंड रिसर्च (WISER) के साथ पार्टनरशिप में चलाया जा रहा है, जिसमें Qubitech इंडिया पार्टनर है. लॉन्च के दस दिनों के भीतर 50,000 से ज़्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जिसमें से 51% महिला प्रतिभागी हैं.
मुख्यमंत्री ने लक्ष्य रखा है कि आंध्र प्रदेश अगले दो वर्षों के भीतर अपना खुद का क्वांटम कंप्यूटर बनाना शुरू कर देगा. अमरावती को दुनिया के नक्शे पर एडवांस साइंस और टेक्नोलॉजी के केंद्र के रूप में स्थापित किया जाएगा.














