केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर 24 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला किया है. यह बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में होगी. सर्वदलीय बैठक में हमले के बाद की स्थिति, सुरक्षा उपायों और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. जिसमें तमाम दलों के नेता शामिल होंगे. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता की, जो दो घंटे से अधिक समय तक चली.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर 7, लोक कल्याण मार्ग पर सीसीएस की बैठक की अध्यक्षता की." बैठक में अन्य लोगों के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर शामिल हुए.
बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आज शाम सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई. सीसीएस को 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे. कई अन्य घायल हुए थे. सीसीएस ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की."
विक्रम मिस्री ने आगे कहा, "सीसीएस ने समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सभी बलों को उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया. इसने संकल्प लिया कि इस हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा. तहव्वुर राणा के हाल के प्रत्यर्पण की तरह, भारत उन लोगों की तलाश में निरंतर प्रयास करेगा, जिन्होंने आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दिया है या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है."
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा, "कल पहलगाम में धर्म को निशाना बनाते हुए, आतंकियों के कायरतापूर्ण हमले में हमने देश ने अनेक निर्दोष नागरिकों को खोया है.
इस घोर अमानवीय कृत्य ने हम सभी को गहरे शोक और दर्द में डुबो दिया है. सबसे पहले मैं, उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. इस दुखद समय में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए, मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं."
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