MCD में 10 मनोनीत पार्षद (एल्डरमैन) की नियुक्ति को लेकर आम आदमी पार्टी और उप-राज्यपाल के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. रविवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर उप-राज्यपाल (LG) द्वारा 10 एल्डरमैन की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए. AAP से पहले दिल्ली सरकार ने भी LG के फैसले पर सवाल उठाते हुए उनसे जवाब मांगा था. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने LG से इस पूरे विवाद पर अपना स्टैंड साफ करने को कहा था.
रविवार को AAP के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि LG को चाहिए कि वो पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा को पद से हटा दें. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन 10 एल्डरमैन की नियुक्ति LG साहब ने की है, उनका सीधा संबंध BJP से है. LG द्वारा नॉमिनेट 10 एल्डरमैन को किसी भी तरह का स्पेशल नॉलेज नहीं है. बल्कि ये लोग अलग-अलग जिलों में BJP के पदाधिकारी हैं.
सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमिटी के सदस्यों का चुनाव ज़ोर जबरदस्ती से करवाने की कोशिश हुईं. ये सब देखकर तो ये साफ हो रहा है कि BJP LG दफ़्तर का गलत इस्तेमाल करके चोर दरवाजे से MCD चलाना चाहती है. इसके बाद नैतिकता के पहाड़ पर चढ़कर LG साहब मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हैं. ये बेहद निम्न स्तर की राजनीति है. उन्होंने कहा कि LG साहब ये स्पष्ट करें कि नॉमिनेटेड पार्षद वोट नहीं डालेंगे और कानूनी तौर पर मौजूदा पीठासीन अधिकारी को बदलकर सही पीठासीन अधिकारी को नियुक्त किया जाएगा.