उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के लालगंज लोकसभा क्षेत्र के सरायमीर में खरेवा मोड़ पर मंगलवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की जनसभा में उनके आने के बाद जमकर बवाल हुआ. बेलगाम कार्यकर्ताओं द्वारा जब उपद्रव शुरू किया गया, तब पुलिस ने मोर्चा संभाला. इस दौरान जमकर कुर्सियां तोड़ी गईं और कुर्सियों से एक-दूसरे पर वार किया गया. अखिलेश यादव मंच पर बैठे रहे और संचालक लगातार लोगों से अपील करते रहे, लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा.
दरअसल, मंच के सामने पहुंचने की होड़ के चलते चारों तरफ से कार्यकर्ता आपस में ही गुत्थम-गुत्था करने लगे. हर कोई स्टेज के करीब आने की कोशिश कर रहा था. लेकिन पहले से ही लोग आगे अपनी जगह रोककर बैठे हुए थे. ऐसे में कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए. पुलिसकर्मियों को स्थिति को संभालने में काफी मशक्कत का सामना पड़ा करना पड़ा और किसी प्रकार से लाठीचार्ज कर स्थिति को काबू करने की कोशिश की गई.
बता दें कि छठे चरण में आजमगढ़ में 25 मई को मतदान को लेकर अखिलेश यादव की जनपद में यह पहली जनसभा थी, लेकिन इसमें जिस प्रकार से हंगामा हुआ, उससे फिर एक बार कई सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि, काफी मशक्कत के बाद जनसभा की फिर से शुरुआत की गई, लेकिन तब तक मीडिया के कैमरों में सबकुछ कैद हो चुका था. मामले शांत होनके बाद सभा में अखिलेश यादव ने अपनी बातों को रखा, लेकिन उनके माथे पर शिकन साफ देखी जा सकती थी.
इससे पहले रविवार को संत कबीर नगर में अखिलेश यादव की रैली में बड़ी संख्या में जुटे पार्टी समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बैरीकेडिंग तोड़कर उनकी ओर बढ़ने की कोशिश करने पर अफरा-तफरी मच गयी थी. इस घटना का कथित वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. वीडियो में दिख रहा है कि बड़ी संख्या में समर्थक सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए यादव की कार के करीब पहुंच गये. इस दौरान समर्थकों ने अखिलेश के साथ फोटो भी खिंचवाई. कार्यकर्ताओं ने रैली स्थल पर लगे माइक्रोफोन, कुर्सियां और कूलर भी नष्ट कर दिए. यादव अपने उत्साही समर्थकों से मिलते हुए पुलिस की मदद से किसी तरह मंच तक पहुंचने में कामयाब रहे.
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