गोमती नगर में छेड़छाड़ की घटना और अयोध्या दुष्कर्म मामले पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सोमवार को योगी सरकार पर पलटवार किया. अखिलेश ने योगी सरकार पर मुसलमानों और समाजवादियों को बदनाम करने का आरोप लगाया. अखिलेश ने विधानसभा में यादव और मुस्लिम आरोपियों का नाम लेने पर सवाल उठाते हुए कहा कि लिस्ट बहुत लंबी थी, लेकिन दो का ही नाम क्यों लिया गया. उन्होंने अयोध्या में किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी सपा नेता के डीएनए टेस्ट की मांग को सही बताया और कहा कि योगी सरकार की सात साल से अधिक सजा वाले मामले में यह कानून लेकर आई है.
अखिलेश यादव ने इसे बीजेपी की साजिश बताया
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी चुनाव से पहले साजिश की तैयारी कर रही है. सरकार को पहले दिन से ही समाजवादियों को बदनाम करने का टारगेट रहा है. मुसलमानों को लेकर मुख्यमंत्री योगी की सोच असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक रही है. अखिलेश ने योगी पर निशाना साधते हुए कहा, "एक मुख्यमंत्री जो की योगी है, वह योगी लोकतंत्र पर भरोसा नहीं करता है. संविधान पर भरोसा नहीं करता है. ऐसा आदमी योगी नहीं हो सकता है."
हाथरस घटना का दिया उदाहरण
अखिलेश ने हाथरस की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि साधु संत के कार्यक्रम की इजाजत के लिए बीजेपी नेताओं ने लिखा था, लेकिन सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए. इसका नतीज यह हुआ की बड़ी संख्या में लोगों की जान गई और कई घायल हुए.
गोमती नगर घटना का भी किया जिक्र
अखिलेश ने कहा कि दूसरी घटना गोमती नगर की थी. इस मामले में आरोपियों की सूची बहुत लंबी थी. पुलिस ने सभी नामों की सूची दी, फिर सदन में यादव और मुस्लिम का नाम क्यों पढ़ा गया. जिस यादव का नाम लिया गया, वह कैमरे के फुटेज में नहीं था. वह चाय पीने गया था. पुलिस को यादव मिल गया, इसलिए जेल भेज दिया. अखिलेश ने कहा कि इसमें पुलिस का दोष कम है. सरकार चाहती है कि पुलिसवाले बीजेपी के कार्यकर्ता बन जाएं.
अयोध्या दुष्कर्म में डीएनए टेस्ट की मांग की
अखिलेश ने अयोध्या में किशोरी से दुष्कर्म के मामले में सपा नेता की गिरफ्तारी पर डीएनए टेस्ट की मांग को भी सही बताया. समाजवादी पार्टी अगर कहती है कि डीएनए टेस्ट होना चाहिए, तो इसमें गलत क्या है. इसकी मांग परिवार के लोग भी कर रहे हैं.