समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के 'लाल टोपी' वाले बयान पर पलटवार किया है. अखिलेश यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाषा बिगाड़ रहे हैं, क्योंकि उन्होंने अपने वादे पूरे नहीं किए, इसलिए उन्हें भाषा बदलनी पड़ी है. अखिलेश यादव ने कहा, 'ये लाल रंग इमोशन का रंग है, लाल रंग क्रान्ति का प्रतीक है, लाल रंग बदलाव का प्रतीक है. वो जानते हैं इस बार यूपी में बदलाव होने जा रहा है. ये एक रंगी लोग भावनाएं नहीं समझ सकते.'
PMO के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल 'लाल टोपी' वाला बयान शेयर करने पर अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार का क्या स्तर है? ये पॉलिटिकल भाषा हो सकती है, सरकार की नहीं. सरकारी अकाउंट से इन बातों को कहा जाए तो इसे क्या कहें, तो सरकार और बीजेपी एक कैसे हो सकती है.
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अखिलेश यादव ने कहा कि टोपी और लूंगी चुनाव मुद्दे नहीं हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है. उत्तर प्रदेश की जनता जानती है कि बीजेपी ने धोखा दिया है. क्या किसानों की आय दोगुनी हुई? क्या नौजवानों को रोजगार मिल गया? जब इन सवालों के जवाब नहीं हैं. तभी उनकी भाषा बदली है और ये भाषा और बदलेगी, ये चुनाव से पहले की भाषा नहीं, अभी चुनाव जैसे-जैसे करीब आएंगे, तमाम बीजेपी के नेता उत्तर प्रदेश में दिखाई देंगे. उनकी भाषा ओर बदली हुई दिखाई देगी.
साथ ही अखिलेश यादव ने कहा, मुख्यमंत्री ने राज्य को पीछे कर दिया. किस पैरामीटर पर पीछे नहीं है उत्तर प्रदेश. शिक्षा के क्षेत्र में कहां है? इलाज के क्षेत्र में कहां है? वो समय याद नहीं सरकार को जिस समय लोग ऑक्सिजन चाहते थे. लोग ऑक्सिजन के लिए लाइन में लगे थे. दवाइयों के लिए लाइन में लगे थे और आज उत्तर प्रदेश का किसान खाद के लिए लाइन में लगा है. ये सरकार कैसी है जो लाइन में लगाती है. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश के लोग लाइन में लगकर इनको हटाएंगे.