कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट की दहशत के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ बैठक की. राज्यों से कहा गया कि जिलेवार तरीके से टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाए क्योंकि ओमिक्रॉन वेरिएंट आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजन की पकड़ में है. ओमिक्रॉन की वजह से इस साल सर्दियों में अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के लिए ज्यादा किराया देना पड़ सकता है, वो भी महामारी से पहले की तुलना में दो गुना या तीन गुना तक. यह इस बात पर निर्भर करेगा कि व्यक्ति दिल्ली से किस देश की यात्रा पर जा रहा है.
- सीमित 'बबल' व्यवस्थाओं के कारण और अब कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की चिंताओं की वजह से भारत से संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे देशों के हवाई किराये आसमान छू रहे हैं.
- दिल्ली से कनाडा के टोरंटो के लिए सबसे कम हवाई किराया अब लगभग ₹ 2.37 लाख रुपये है; जिसकी कीमत लगभग 80,000 रुपये थी.
- एडमिशन सीजन में जब से ब्रिटेन द्वारा भारत को प्रतिबंधित देशों की सूची से हटाया गया, तब से भी हवाई किराये में बढ़ोतरी शुरू हो गई थी. उड़ानों की कम संख्या और भारी भीड़ के कारण रिटर्न टिकट भी महंगा हो गया. उदाहरण के लिए, दिल्ली से लंदन के लिए यह 1.2 लाख रुपये हो गया, जो पहले ₹ 60,000 था.
- भारत (दिल्ली हवाई अड्डे) से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के लिए रिटर्न फ्लाइट का किराया लगभग ₹ 33,000 हो गया है जबकि पहले एक राउंड ट्रिप में लगभग ₹20,000 का खर्च आता था.
- औसतन, भारत और अमेरिका के बीच रिटर्न टिकट की कीमत लगभग 90,000 और 1.2 लाख रुपये के बीच थी, अब इसपर लगभग 1.7 लाख (दिल्ली से) की लागत आ रही है. शिकागो, वाशिंगटन डीसी और न्यूयॉर्क शहर के हवाई किराए में 100 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. बिजनेस क्लास के टिकट की कीमत दोगुनी होकर करीब 6 लाख रुपये हो गई है.
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