ये कैसी किस्मत! किसी और की जगह ड्यूटी पर गई थी केबिन क्रू सिंगसन, विमान हादसे की ये कहानी रुला देगी

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार (12 जून) को एयर इंडिया का विमान हादसे का शिकार हो गया था. टेक ऑफ के कुछ सेकंड बाद ही यह विमान क्रैश हो गया था. हादसे के समय विमान में 10 केबिन क्रू समेत 242 लोग सवार थे. इस हादसे में विमान में सवार केवल एक ही यात्री की जान बच पाई है.

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सिंगसन अपने परिवार की एकमात्र बेटी थी.

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  • लामनुनथेम सिंगसन का पार्थिव शरीर गुरुवार को मणिपुर में उनके गृहनगर पहुंचा.
  • वह एयर इंडिया फ्लाइट एआई 171 की चालक दल की सदस्य थीं.
  • विमान हादसे में 242 यात्रियों में से केवल एक जीवित बचा.
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इंफाल:

अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारी गई एयर इंडिया केबिन क्रू लैमनुनथेम सिंगसन का पार्थिव शरीर गुरुवार रात मणिपुर के कांगपोकपी जिले में उनके गृहनगर पहुंचा. 26 साल की लैमनुनथेम सिंगसन एयर इंडिया फ्लाइट एआई 171 की चालक दल की सदस्य थी. ये विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक ही यात्री जीवित बच पाया था. बुधवार को सिंगसन के पार्थिव शरीर को इंडिगो की उड़ान से अहमदाबाद से दीमापुर लाया गया, जहां पर हवाई अड्डे पर परिवार के सदस्यों मौजूद थे.

हवाई अड्डे से लैमनुनथेम सिंगसन के पार्थिव शरीर को उनके घर लाया गया, जहां पर प्रार्थना सभा रख गई थी. इस दौरान उनके ताबूत पर पारंपरिक शॉल रखी गई थी. इस दौरान कई लोग उनके घर पर मौजूद थे.

किसी और की जगह कर रही थी ड्यूटी

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, सिंगसन पहले लंदन जा रहे विमान एआई 171 के दल का हिस्सा नहीं थी. वह एक सहकर्मी की जगह पर गई थी, जिसने बीमार होने पर छुट्टी ले ली थी. वहीं लामनुनथेम सिंगसन अपने परिवार की एकमात्र कमाने वाली सदस्य थीं. उनके परिवार को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा का दंश झेलना पड़ा था. सिंगसन के एक रिश्तेदार ने शुक्रवार को बताया कि उसने आखिरी बार अपनी विधवा मां से 11 जून को फोन पर बात की थी. उन्होंने बताया कि सिंगसन ने अपनी मां से कहा था कि उसे बृहस्पतिवार को लंदन के लिए उड़ान भरनी है और इसीलिए रात को जल्दी सोना चाहती है.

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रिश्ते में सिंगसन के भाई लुन किपगेन ने कहा कि चार भाई-बहनों में तीसरी संतान, सिंगसन परिवार की 'एकमात्र बेटी थी और उनकी विधवा मां ने उन सभी को पालने के लिए बहुत संघर्ष किया था.' किपगेन ने बताया, सिंगसन का सबसे बड़ा भाई बेरोजगार है और एक गंभीर बीमारी से पीड़ित है, जबकि एक भाई पढ़ाई कर रहे हैं. उनकी मां गहरे सदमे में है और दुर्घटना की खबर सामने आने के बाद खाना पीना छोड़ दिया था.

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कुकी समुदाय दीमापुर, कुकी छात्र संघ नागालैंड, नागा परिषद दीमापुर, दीमापुर जिला नागरिक मंच, जेलियांग युवा संगठन दीमापुर, चुमौकेदिमा कुकी संघ और नागालैंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी सहित कई संगठनों के पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों ने लामनुनथेम सिंगसन को  पुष्पांजलि अर्पित की. वहीं लामनुनथेम सिंगसन के अंतिम संस्कार की रस्म आज सुबह 11:00 बजे शुरू होगी, उसके बाद दोपहर में शहर के कब्रिस्तान में उसे दफनाया जाएगा. 

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